Jaya Parvati Vrat 2025: पति की दीर्घायु के लिए महिलाएं करती हैं जया पार्वती व्रत, जानिए महत्व और मुहूर्त

Jaya Parvati Vrat 2025
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हर बार आषाढ़ माह की शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि से जया पार्वती व्रत की शुरूआत होती है और श्रावण माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया को इसका समापन होता है। तो आइए जानते हैं जया पार्वती व्रत का मुहू्र्त, महत्व और पूजन विधि के बारे में।

इस बार 08 जुलाई से जया पार्वती व्रत की शुरूआत हो रही है। यह व्रत मां पार्वती को समर्पित होता है। इस व्रत को विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी आयु की कामना से रखती हैं। तो वहीं अविवाहित कन्याएं सुयोग्य वर की प्राप्ति के लिए यह व्रत करती हैं। हर बार आषाढ़ माह की शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि से इस व्रत की शुरूआत होती है और श्रावण माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया को इसका समापन होता है। तो आइए जानते हैं जया पार्वती व्रत का मुहू्र्त, महत्व और पूजन विधि के बारे में...

कब से शरू हो रहा जया पार्वती व्रत

आपको बता दें कि 08 जुलाई 2025 से जया पार्वती व्रत की शुरूआत हो रही है। वहीं इसका समापन 13 जुलाई 2025 को होगी। 08 जुलाई को पूजा का मुहूर्त शाम 07:23 मिनट से रात 09:24 मिनट तक रहेगा।

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जया पार्वती व्रत कहां मनाया जाता है

मुख्य रूप से यह व्रत गुजरात में मनाया जाता है। जया पार्वती व्रत देवी जया को समर्पित होता है और देवी जया मां पार्वती का रूप हैं। इस व्रत को अविवाहित और विवाहित दोनों महिलाएं रख सकती हैं। मुख्य रूप से ह व्रत पति की दीर्घायु के लिए रखा जाता है। जया पार्वती व्रत पांच, सात, नौ, ग्यारह और अधिकतम 20 सालों तक करने की सलाह भी दी जाती है। कहीं-कहीं पर जया पार्वती व्रत को पंचमी व्रत के नाम से भी जाना जाता है।

महत्व

महिलाओं द्वारा यह व्रत भगवान शिव जैसे आदर्श पति की प्राप्ति के लिए करती हैं। इसके अलावा जया पार्वती व्रत सुख-सौभाग्य और विवाह योग की उत्तम पूर्ति के लिए भी किया जाता है।

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