जाह्नवी की ''धड़क'' से नहीं धड़का दर्शकों का दिल, ऑनर किलिंग की कमजोर कहानी

Dhadak movie review
[email protected] । Jul 20 2018 11:43PM

श्रीदेवी अपनी बेटी की फिल्म धड़क को लेकर काफी परेशान थी वो चाहती थी जब भी उनकी बेटी बड़े पर्दे पर आये तो वो जान्‍हवी के साथ रहे लेकिन शायद कुदरत को ये मंजूर नहीं थी जब जान्‍हवी फिल्म की शूटिंग में व्यस्त थी उसी दौरान दिल का दौरा पड़ने से श्रीदेवी की मौत हो गई थी।

कलाकार: जाह्नवी कपूर,ईशान खट्टर,आशुतोष राणा

निर्देशक: शशांक खेतान

मूवी टाइप: ड्रामा,रोमांस

अवधि: 2 घंटा 18 मिनट

श्रीदेवी अपनी बेटी की फिल्म धड़क को लेकर काफी परेशान थी वो चाहती थी जब भी उनकी बेटी बड़े पर्दे पर आये तो वो जान्‍हवी  के साथ रहे लेकिन शायद कुदरत को ये मंजूर नहीं थी जब जान्‍हवी  फिल्म की शूटिंग में व्यस्त थी उसी दौरान दिल का दौरा पड़ने से श्रीदेवी की मौत हो गई थी। लेकिन आज वो जहां भी हैं उनका साथ जान्‍हवी के साथ है क्योकि आज यानी 20 जुलाई है औक सिनेमाघरों में श्रीदेवी की बेटी जान्‍हवी कपूर की पहली फिल्म धड़क रिलीज हुई। शाहिद कपूर के भाई ईशान खट्टर इससे पहले इंटरनैशनल फेम डायरेक्टर माजिद की फिल्म 'बियॉन्ड द क्लाउड' में अपनी प्रतिभा का लोहा दर्शकों और क्रिटिक्स से मनवा ही चुके हैं। यही वजह है कि रिलीज़ से पहले ही इस युवा जोड़ी की इस फिल्म का यंगस्टर्स में जबर्दस्त क्रेज रहा। वहीं, इस फिल्म के डायरेक्टर शशांक खेतान की पिछली दोनों फिल्में 'हम्पटी शर्मा की दुल्हनिया' और 'बद्रीनाथ की दुल्हनिया' बॉक्स आफिस पर हिट रही। यही वजह रही धड़क से दर्शकों और ट्रेड को कुछ ज्यादा ही उम्मीदें हैं। 

फिल्म की कहानी

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि फ़िल्म 'धड़क' 2016 में आई मराठी सुपर हिट फिल्म 'सैराट' की रीमेक है, जिसे नागराज मंजुले ने बनाया था। इस हिंदी रीमेक को शशांक खेतान ने बनाया है और कहानी वही है जिसमें कॉलेज के 2 युवा मधुकर बगले और पार्थवी सिंह एक दूसरे से प्यार करते हैं। जातपात इनके प्यार के बीच रोड़ा बनता है क्योंकि लड़की ऊंची ज़ात की है और लड़का नीची जाति का। यह दोनों पकड़े जाने के बाद उदयपुर से भागते हैं और मुंबई होते हुये कोलकाता को अपना ठिकाना बनाते हैं। मधुकर बागले की भूमिका में हैं ईशान खट्टर और पार्थवी सिंह के किरदार में हैं जाह्नवी कपूर जिनकी यह पहली फ़िल्म है।

कुछ कुछ चूके शशांक 

मूल फिल्म 'सैराट' की तरह शशांक ने धड़क में भी वही एनर्जी और जज्बा बरकरार रखने की कोशिश की है। प्यार के लिए जवां दिलों का जुनून भी धड़क में साफ दिखा है। बावजूद इसके शशांक कहीं न कहीं 'सैराट' के सबसे पावरफुल पॉइंट सादापन और लव बर्ड्स के मासूम प्यार काे दिखाने में नाकामयाब नजर आए हैं। उदयपुर को फिल्म में बेहद खूबसूरत दिखाया गया है लेकिन आलीशान कोठियों के दृश्यों, कलरफुल साड़ी और विदेशियों का दिखाना गैरजरूरी लगा।

बात ईशान खट्टर की एक्टिंग की करें तो वह बेहद शानदार है। वे अपने कैरेक्टर में पूरी तरह डूबे नजर आते हैं। ईशान की एक्टिंग में कोई कसर नहीं दिखी है। धड़क ईशान की दूसरी फिल्म है जिसमें उन्होंने फिर से अपनी एक्टिंग से सबको इम्प्रेस कर दिया है।

फिल्म में जाह्नवी का कैरेक्टर स्ट्रॉन्ग है जिसे उन्होंने डिलीवर करने की कोशिश की है। राजस्थानी टच को लेकर जाह्नवी थोड़ी कमजोर पड़ी हैं लेकिन इंटरवल के बाद उन्होंने अपनी एक्टिंग से इसकी भरपाई कर दी है। फिल्म में ईशान के दोस्त बने अंकित बिष्ट और श्रीधर वत्स ने बतौर फ्रेंड बखूबी अपना रोल निभाया है। आशुतोष राणा अपने कैरेक्टर के साथ पूरा न्याय करते दिखे हैं। लेकिन वे अपने रोल में स्टीरोटाइप होकर फंस गए हैं।

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