''खोदा पहाड़ निकली चुहिया'' फिल्म केदारनाथ का हाल भी कुछ ऐसा ही है
अभिषेक कपूर की निर्देशन में बनी फिल्म केदारनाथ आज सिनेमाघरो में दस्तक दे चुकी है। इस फिल्म से अपने करियर की शुरुआत करने वाली सारा अली खान और सुशांत सिंह राजपूत फिल्म में लीड रोल में नजर आयेंगे।
कलाकार - सुशांत सिंह राजपूत , सारा अली खान
निर्देशक - अभिषेक कपूर
मूवी टाइप - रोमांस
अवधि- 2 घंटा 24 मिनट
अभिषेक कपूर की निर्देशन में बनी फिल्म केदारनाथ आज सिनेमाघरो में दस्तक दे चुकी है। इस फिल्म से अपने करियर की शुरुआत करने वाली सारा अली खान और सुशांत सिंह राजपूत फिल्म में लीड रोल में नजर आयेंगे।
फिल्म की कहानी
यह फिल्म उत्तराखंड में हुई केदारनाथ त्रासदी के दौरान दो लोगो के प्रेम की कहानी बयां करती है। इस फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत (मंसूर) और सारा अली खान (मक्कू) का किरदार निभा रही है। जैसे की नाम से ही पता चल रहा है कि इस फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत एक मुस्लमान लड़के का किरदार निभा रहे है। वहीं दूसरी तरफ सारा अली खान उर्फ मक्कू केदारनाथ के एक पडिंत की बेटी का किरदार निभा रही है। मक्कू और मंसूर एक- दूसरे से प्यार कर बैठते है, लेकिन धर्म अलग- अलग होने की वजह से दोनों एक नहीं हो पाते है। इसके बाद मक्कू की जबरन शादी करवा दी जाती है। सब खत्म हो जाता है, दोनों के सारे सपने बिखर जाते है, और फिर आती है उत्तराखंड के केदारनाथ धाम की सबसे बड़ी त्रासदी जिसे आज तक वहां के लोग अपने जहन से नहीं निकाल पाये है। त्रासदी के दौरान काफी कुछ होता है, लेकिन सिर्फ वही नहीं होता जो एक बतौर दर्शक की उम्मीद थी।
#OneWordReview…#Kedarnath: DULL.
— taran adarsh (@taran_adarsh) December 7, 2018
Rating: ⭐️⭐️
Unconvincing love story... Sketchy and unexciting screenwriting... Few moments [sequences depicting the floods] stand out... Emotions are superficial... Sara Ali Khan makes a terrific debut... Sushant is ordinary... #KedarnathReview pic.twitter.com/mP7LRD2nFm
बता दें कि इस फिल्म में जिस तरह से साऱा अली खान ने अपना अभिनय किया है, वह वाक्य काबिलय तारीफ है। फिल्म के हर सीन में पूरी तरह से सारा ने अपनी जान डाल दी है। वह जितनी खूबसूरत है उतनी ही खूबसूबरत उनकी एक्टिंग भी है। सारा ने फिल्म केदारनाथ से यह साबित कर दिया है कि वह एक बेहद मंझी कलाकार है। वहीं दूसरी तरफ सुशांत सिंह राजपूत ने भी अपने किरदार को बाखूबी निभाया है।
लेकिन यह फिल्म दर्शको को लुभाने में नाकाम साबित हुई है। क्योंकि इस फिल्म में न तो प्रेम कहानी को सही ढंग से फिल्माया गया है, न ही उत्तराखंड में हुई केदारनाथ त्रासदी को बाखूबी दिखाया गया । अभिषेक कपूर इस बार अपने निर्देशन में चूकते हुए नजर आये। फिल्म केदारनाथ दर्शको पर अपनी छाप छोड़ने में पूरी तरह से नाकाम रही है। इस फिल्म के गाने भी दर्शको पर अपना जादू नहीं चला पायें। लेकिन अगर आपको उत्तराखंड की खूबसूरती देखनी है तो आपको इस फिल्म में कई ऐसे नजारे देखने को मिलेंगे , जो वाक्य बेहद लुभावने है।
फिल्म केदारनाथ का ट्रेलर-
केदारनाथ फ़िल्म की जब घोषणा हुई तब कहीं एक उम्मीद जागी कि भारतीय सिनेमा ने भारतीय परिपेक्ष्य में भी प्राकृतिक आपदाओं पर एक पूरी फ़िल्म बनाने की हिम्मत दिखाना शुरू कर दी है। इसी त्रासदी पर फ़िल्म ‘केदारनाथ’ आधारित है। मगर कुल मिलाकर मामला टोटल फ़िल्मी निकला! एक बोझिल सी प्रेम कथा जिसे देखना पहाड़ पर चढ़ने जितना ही थकाऊ था और अंत में बच्चों के कार्टून चैनल्स के ग्राफिक्स को टक्कर देते विज़वल इफेक्ट्स और फ़िल्म खत्म हो जाती है।
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