रूसी तेल खरीद पर अमेरिकी दबाव? Donald Trump के बार-बार दावे पर भारत का साफ No

Donald Trump
X
एकता । Oct 26 2025 12:49PM

डोनाल्ड ट्रंप ने भारत द्वारा रूस से तेल खरीद बंद करने का दावा दोहराया है, बावजूद इसके कि भारत ने इसे लगातार नकारा है। भारत सरकार ने साफ किया है कि उसकी ऊर्जा संबंधी नीतियां स्थिर कीमतों और विश्वसनीय आपूर्ति श्रृंखला सुनिश्चित करने वाले राष्ट्रीय हितों पर केंद्रित हैं, न कि किसी बाहरी प्रभाव पर। यह रूस-यूक्रेन युद्ध के मद्देनजर वैश्विक ऊर्जा बाजार में भारत की स्वतंत्र स्थिति को पुष्ट करता है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर यह दोहराया है कि भारत रूस से तेल खरीदना 'पूरी तरह से बंद' कर देगा। हालांकि, भारत सरकार ने लगातार इस दावे का खंडन किया है और स्पष्ट किया है कि उसके ऊर्जा संबंधी निर्णय केवल राष्ट्रीय हितों पर आधारित हैं।

शनिवार को एयर फ़ोर्स वन में पत्रकारों से बात करते हुए, ट्रंप ने अपने पहले के दावे को दोहराया। उन्होंने रूसी तेल कंपनियों रोसनेफ्ट और लुकोइल पर नए अमेरिकी प्रतिबंधों का जिक्र करते हुए कहा, 'चीन रूसी तेल खरीद में काफ़ी कटौती कर रहा है, और भारत पूरी तरह से कटौती कर रहा है, और हमने प्रतिबंध भी लगा दिए हैं।'

ट्रंप के पिछले दावे

इससे पहले, ट्रंप ने पत्रकारों को बताया था कि भारत ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वह साल के अंत तक मास्को से तेल खरीदना 'बंद' कर देगा, हालांकि उन्होंने स्वीकार किया था कि इस प्रक्रिया में समय लगेगा।

उन्होंने कहा था, 'जैसा कि आप जानते हैं, भारत ने मुझे बताया है कि वे इसे बंद करने जा रहे हैं। यह एक प्रक्रिया है। आप रातोंरात तेल खरीदना बंद नहीं कर सकते। साल के अंत तक, उनके पास लगभग 40 प्रतिशत तेल रह जाएगा।' नाटो महासचिव मार्क रूट के साथ व्हाइट हाउस में हुई बैठक में भी ट्रंप ने इस दावे को दोहराया था।

इसे भी पढ़ें: अमेरिका के उत्तर कैरोलाइना में गोलीबारी में दो लोगों की मौत, कई अन्य घायल

ट्रंप के दावों पर भारत की प्रतिक्रिया

डोनाल्ड ट्रंप के लगातार बयानों के बावजूद नई दिल्ली ने इन दावों का लगातार खंडन किया है। भारत सरकार ने स्पष्ट किया है कि उसकी ऊर्जा नीति 'स्वतंत्र है और स्थिर कीमतों तथा विश्वसनीय आपूर्ति श्रृंखलाओं को सुनिश्चित करने पर केंद्रित है'।

सरकार ने इस बात पर जोर दिया है कि कच्चे तेल के आयात पर निर्णय राष्ट्रीय हितों को ध्यान में रखकर लिया जाता है, न कि किसी बाहरी दबाव को ध्यान में रखकर।

इसे भी पढ़ें: मैंने राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने का विचार त्यागा नहीं है: कमला हैरिस

ट्रंप-जिनपिंग की बैठक

ट्रंप की टिप्पणी उनकी दक्षिण कोरिया में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ निर्धारित बैठक से पहले आई है, जो उनके एशिया दौरे का हिस्सा है। जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या वह रूस के साथ चीन के तेल सौदों का मुद्दा उठाएंगे, तो उन्होंने कहा कि वह 'इस पर चर्चा कर सकते हैं' और उम्मीद जताई कि बातचीत से 'पूरी तरह से समझौता' हो जाएगा।

All the updates here:

अन्य न्यूज़