पाकिस्तान सरकार ने कहा- CPEC प्रोजेक्ट को निशाना बना रहे हैं अफगान आतंकी
इन आतंकी संगठनों के निशाने पर पाकिस्तान के कुछ और मिशन भी है। कहा जा रहा है कि इसमें तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान यानी टीटीपी की भी संलिप्तता है। आपको बता दें कि पाकिस्तान के इमरान खान सरकार और टीटीपी के बीच सीजफायर एग्रीमेंट खत्म हो गया था।
चीन और पाकिस्तान की सबसे महत्वपूर्ण परियोजना जिसे हम चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के नाम से जानते हैं। उसे अफगानिस्तान के आतंकी निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं। यह जानकारी पाकिस्तान सरकार की ओर से दी गई है। पाकिस्तान के आतंक निरोधी विभाग (CTD) की ओर से बताया गया कि अफगानिस्तान से ताल्लुक रखने वाले 90 फीसद आतंकी ग्रुप इस चाइना पाकिस्तान इकोनामिक कॉरिडोर परियोजना को निशाना बना रहे हैं।
इन आतंकी संगठनों के निशाने पर पाकिस्तान के कुछ और मिशन भी है। कहा जा रहा है कि इसमें तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान यानी टीटीपी की भी संलिप्तता है। आपको बता दें कि पाकिस्तान के इमरान खान सरकार और टीटीपी के बीच सीजफायर एग्रीमेंट खत्म हो गया था।
पाकिस्तान के आतंक विरोधी विभाग के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल जावेद इकबाल ने पाकिस्तान के अखबार द न्यूज को एक साक्षात्कार दिया। उन्होंने इस इंटरव्यू में कई बातें बताईं। पहले पाकिस्तान की सरकार या सेना अफगानिस्तान के आतंकी संगठनों के नाम लेने में हिचकते थे। इसका कारण यह था कि, पाकिस्तान अफगान तालिबान को नाराज नहीं करना चाहता था। उन्होंने बताया कि, अफगानिस्तान से संचालित हो रहे यह आतंकी संगठन चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे को खाना बना रहे हैं। इतना ही नहीं ये आतंकी संगठन प्रमुख प्रतिष्ठान, पोलियो टीम और इकोनॉमिक एक्टिविटीज को भी टारगेट कर रहे हैं।
CDT के डिप्टी इंस्पेक्टर जरनल इकबाल जावेद ने कहा कि, हमारी फौज ने इस्लामिक स्टेट- खोरासन ग्रुप से जुड़े आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्यवाई की है। जिन आतंकियों को हमारी फौज ने गिरफ्तार किया, वह करीब 40 हमलों में शामिल थे। उन्होंने बताया कि, साल 2021 में हमारी फौज ने 110 आतंकियों को मार गिराया और 599 को गिरफ्तार किया। जिन आतंकियों को गिरफ्तार किया गया उनसे काफी पैसा और हथियार बरामद हुए।
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