पनामा विधि कंपनी ने कहा, विदेशी सर्वरों के जरिए हैक किया गया

विस्फोटक ‘पनामा पेपर्स’ खुलासे से सुर्खियों में आई विधि कंपनी के संस्थापकों में से एक ने कहा कि उनकी कंपनी को विदेशी सर्वरों के जरिए हैक किया गया।

पनामा सिटी। विस्फोटक ‘पनामा पेपर्स’ खुलासे से सुर्खियों में आई विधि कंपनी के संस्थापकों में से एक ने कहा कि उनकी कंपनी को विदेशी सर्वरों के जरिए हैक किया गया। रैमोन फोंसेका ने कहा कि फर्म ‘मोसैक फोंसेका’ ने इस संबंध में सोमवार को पनामा के अभियोजकों के समक्ष आपराधिक शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने कहा कि अब तक की खबरों में ‘‘किसी ने भी हैकिंग की बात नहीं कही और यही एकमात्र अपराध है जो हुआ है।’’

सवालों के जवाब में एक टेलीफोन संदेश में फोंसेका ने कहा, ‘‘हमने शिकायत दर्ज कराई है। हमारे पास एक तकनीक रिपोर्ट है कि हमें विदेशी सर्वरों से हैक किया गया था।’’ उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि हैकिंग किस देश से की गई। फोंसेका ने कहा कि यह दुखद है कि मोसैक फोंसेका की कंप्यूटर प्रणाली से लिए गए एक करोड़ 15 लाख दस्तावेजों पर रिपोर्टिंग उसके हाई प्रोफाइल मुवक्किलों पर केंद्रित हैं जिन्होंने अपनी पूंजी के निवेश के लिए विदेशी कंपनियां स्थापित करने के लिए कंपनी का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा, ‘‘हम समझ नहीं पा रहे हैं। विश्व पहले ही इस बात को स्वीकार कर रहा है कि निजता कोई मानवाधिकार नहीं है।’’

इस हैक ने पनामा की वित्तीय सेवा क्षेत्र को बुरी तरह हिलाकर रख दिया है। जाने माने नेताओं, खिलाड़ियों, प्रमुख हस्तियों तथा कुछ अपराधियों द्वारा विदेशी कंपनियां स्थापित करने के लिए मोसैक फोंसका का इस्तेमाल किए जाने के खुलासे से इस छोटे मध्य अफ्रीकी देश पर अचानक से हर किसी की निगाहें आ टिकी हैं। लेकिन विधि कंपनी और सरकार ने जोर देकर कहा कि विदेशी कंपनियां अपने आप में अवैध नहीं हैं और मौसेक फोंसेका इस बात के लिए जिम्मेदार नहीं हैं कि इसके मुवक्किलों ने उनका किसलिए इस्तेमाल किया।

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