रूस-यूक्रेन युद्ध: राजधानी कीव में तेज हुआ संघर्ष

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एक वीडियो संदेश में जेलेंस्की ने रूस पर अवसंरचनाओं और नागरिकों को निशाने बनाने का आरोप लगाया और कहा, ‘‘यहां जंग जारी है और हम जीतेंगे।’’

कीव| यूक्रेन की राजधानी के करीब तक रूसी सैनिकों की आमद और बाहरी इलाके में झड़पों के बीच कीव के निवासियों ने शनिवार को भूमिगत आश्रय स्थल में एक और रात बिताने की तैयारी कर ली है।

वहीं दूसरी ओर यूक्रेन के नेता ने दावा किया कि देश की सेनाओं ने रूसी हमलों का मुकाबला किया है और संघर्ष जारी रखने की शपथ ली है और दुनिया के देशों से और अधिक मदद देने की अपील की। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने वहां से निकल जाने के अमेरिकी प्रस्ताव को मानने से इनकार कर दिया तथा जोर दिया कि वह राजधानी में ही रुकेंगे।

एक वीडियो संदेश में जेलेंस्की ने रूस पर अवसंरचनाओं और नागरिकों को निशाने बनाने का आरोप लगाया और कहा, ‘‘यहां जंग जारी है और हम जीतेंगे।’’

कीव के मध्य क्षेत्र में शनिवार को शांति रही। हालांकि छिटपुट गोलियों की आवाज सुनी गई।

दो दिनों के घमासान के बाद हुई झड़पों में सैकड़ों लोग हताहत हुए हैं और पुलों, विद्यालयों और अपार्टमेंट की इमारतों को भारी नुकसान हुआ है। अमेरिकी अधिकारियों का मानना ​​​​है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन की सरकार को उखाड़ फेंकने और इसे अपने शासन के अधीन करने को दृढ़ हैं।

रूस का दावा है कि यूक्रेन पर उसके हमले का उद्देश्य केवल सैन्य ठिकानों को निशाना बनाना है, लेकिन द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से यूरोप के सबसे बड़े जमीनी युद्ध के दौरान नागरिक मारे गए और घायल हुए हैं। कीव के मेयर विटाली क्लिचस्को ने कहा कि कीव के दो असैनिक हवाई अड्डों में से एक के पास एक ऊंची इमारत पर मिसाइल से हमला किया गया जिससे इमारत क्षतिग्रस्त हो गई। एक बचाव कार्यकर्ता ने कहा कि इसमें छह नागरिक घायल हो गए। मेयर क्लिचस्को ने शहर में रूसी सैनिकों के हमले के चलते कर्फ्यू की अवधि को बढ़ा दिया है।

उन्होंने कहा कि शाम पांच बजे से सुबह आठ बजे तक कीव में सख्त कर्फ्यू लागू रहेगा। उन्होंने कहा, ‘‘कर्फ्यू के दौरान सड़क पर मौजूद सभी नागरिकों को दुश्मन के तोड़फोड़ और टोही समूहों का सदस्य माना जाएगा।’’

संघर्ष के कारण यूक्रेन के हजारों लोग अपने घरों को छोड़कर चले गये हैं।

संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने कहा कि यूक्रेन के 1,20,000 से अधिक लोग पोलैंड, मोल्दोवा और अन्य पड़ोसी देश चले गए हैं। यूक्रेन के बुनियादी ढांचा मंत्रालय ने कहा कि एक रूसी मिसाइल को शनिवार तड़के उस समय नष्ट कर दिया गया जब वह कीव को पानी उपलब्ध कराने वाले विशाल जलाशय के बांध की ओर बढ़ रही थी। यूक्रेन ने दावा किया कि शनिवार तड़के शहर के पास एक रूसी सैन्य काफिले को नष्ट कर दिया गया। यूक्रेन की 101वीं ब्रिगेड द्वारा दो हल्के वाहनों, दो ट्रकों और एक टैंक को नष्ट करने की सूचना के बाद फुटेज में सैनिकों को जले हुए वाहनों का निरीक्षण करते हुए दिखाया गया है।

हालांकि दावे को सत्यापित नहीं किया जा सका है। कीव के अलावा, रूसी हमलों का निशाना यूक्रेन के समुद्र तट पर दिखाई दिया, जो पश्चिम में ओडेसा के काला सागर बंदरगाह से लेकर पूर्व में मारियुपोल के आजोव सागर बंदरगाह तक फैला हुआ है।

राष्ट्रपति जेलेंस्की ने शनिवार को फिर से आश्वासन दिया कि देश की सेना रूसी आक्रमण का सामना करेगी। राजधानी कीव में एक सड़क पर रिकॉर्ड वीडियो में, उन्होंने कहा कि उन्होंने शहर नहीं छोड़ा है और यह दावा झूठ है कि यूक्रेनी सेना हथियार डाल देगी। उन्होंने कहा, “हम हथियार नहीं डालने जा रहे हैं। हम अपने देश की रक्षा करेंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘सच्चाई यह है कि यह हमारी जमीन है, हमारा देश है, हमारे बच्चे हैं। और हम उन सबका बचाव करेंगे।” यह हमला दुनिया का नया नक्शा खींचने और मास्को के शीतयुद्ध काल के प्रभाव को पुनर्जीवित करने के लिए पुतिन के प्रयास को रेखांकित करता है।

इस आक्रमण को समाप्त करने के लिए नए अंतरराष्ट्रीय प्रयास शुरू हुए हैं, जिनमें पुतिन पर सीधे तौर पर प्रतिबंध भी शामिल हैं। एक वरिष्ठ अमेरिकी खुफिया अधिकारी के अनुसार अमेरिकी प्रशासन की ओर से जेलेंस्की को कीव से निकल जाने की सलाह दी गयी है, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया है। अधिकारी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति को उद्धृत किया, ‘‘युद्ध जारी है और उन्हें तोप-रोधी गोला-बारूद चाहिए न कि भाग निकलने की सलाह।’’ इस बीच कीव के अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे कहीं पनाह ले लें। खिड़कियों से दूर रहें और उड़ते हुए मलबों एवं गोलियों से बचने के लिए सावधानी बरतें।

क्रेमलिन ने कीव के बातचीत के प्रस्ताव को मंजूर किया है, लेकिन प्रतीत होता है कि यह प्रयास राजनयिक समाधान के बजाय जेलेंस्की को दबाव में लाकर विवश करना है।

रूसी सेना ने शुक्रवार को दक्षिणी यूक्रेन के मेलितोपोल शहर पर अपना दावा करते हुए आगे बढ़ना जारी रखा। फिर भी, युद्ध में यह स्पष्ट नहीं था कि यूक्रेन का कितना हिस्सा अभी यूक्रेन के नियंत्रण में है और कितने हिस्से पर रूसी सेना ने कब्जा कर लिया है। यूक्रेन की सेना ने कीव से 25 मील (40 किमी) दक्षिण में एक शहर, वासिलकिव के पास एक रूसी परिवहन विमान को मार गिराने की सूचना दी, जिसकी पुष्टि एक वरिष्ठ अमेरिकी खुफिया अधिकारी ने की। रूसी सेना ने हालांकि इस संबंध में कोई टिप्पणी नहीं की। यूक्रेन के स्वास्थ्य मंत्री ने शनिवार को बताया कि बृहस्पतिवार तड़के शुरू हुए रूसी हमले के बाद से अब तक तीन बच्चों सहित 198 लोग मारे गए हैं और 1,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं।

अभी यह स्पष्ट नहीं है कि क्या इस आंकड़े में सैनिक और नागरिक दोनों शामिल हैं। यूक्रेन के अधिकारियों का दावा है कि अब तक की लड़ाई में सैकड़ों रूसी मारे गए हैं। रूसी अधिकारियों ने हताहत हुए लोगों का कोई आंकड़ा नहीं जारी किया है।

रूस की सुरक्षा परिषद के उप प्रमुख दमित्री मेदवेदेव ने चेतावनी दी कि मास्को अंतिम परमाणु हथियार समझौते से बाहर निकलने, पश्चिमी संपत्तियों को जब्त करने जैसी कार्रवाई कर सकता है। मेदवेदेव ने कहा कि अमेरिका और उसके सहयोगी देशों द्वारा रूस पर लगाए गए ‘‘अद्भुत’’ प्रतिबंधों से कोई फर्क नहीं पड़ेगा।

उन्होंने कहा कि यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र की ‘‘रक्षा’’ के लिए सैन्य अभियान तब तक चलाया जाएगा जब तक कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लक्ष्य हासिल नहीं हो जाते।

मेरिका और उसके सहयोगी देशों ने बृहस्पतिवार को यूक्रेन पर आक्रमण के बाद रूस के खिलाफ कई प्रतिबंधों की घोषणा की। पश्चिमी देशों ने चार बड़े रूसी बैंकों की संपत्ति पर रोक लगाने, निर्यात नियंत्रण लागू करने और पुतिन के करीबी अधिकारियों, कारोबारियों पर पाबंदी लगाने का फैसला किया।

इस बीच, उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) ने शुक्रवार को पहली बार सदस्य देशों की रक्षा में मदद के लिए गठबंधन की प्रतिक्रिया बल के कुछ हिस्सों को भेजने का फैसला किया। नाटो ने यह नहीं बताया कि कितने सैनिकों को तैनात किया जाएगा, लेकिन उसने कहा कि इसमें भूमि, समुद्र और वायु शक्ति शामिल होगी। पुतिन ने यूक्रेन के लिए अपनी अंतिम योजनाओं का खुलासा नहीं किया है।

रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने संकेत देते हुए कहा, ‘‘हम यूक्रेन के लोगों को अपने भाग्य का निर्धारण करने देना चाहते हैं।’’ पुतिन का दावा है कि पश्चिम नाटो के बारे में रूस की सुरक्षा चिंताओं को गंभीरता से लेने में विफल रहा है।

यूक्रेन इसमें शामिल होना चाहता था। जेलेंस्की ने शुक्रवार को पुतिन की एक प्रमुख मांग पर बातचीत करने की पेशकश की कि यूक्रेन खुद को तटस्थ घोषित करे और नाटो में शामिल होने की अपनी महत्वाकांक्षा को छोड़ दे।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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