24 घंटे में हट जाओ, नहीं तो तबाही ला देंगे...Saudi Arab ने पहले बम बरसाया! फिर सलमान ने किसे दी लास्ट वॉर्निंग

सऊदी की सरकार को कई बार पहले ही वार्निंग दे चुके हैं। मंगलवार को सऊदी अरब ने यमन के दक्षिणी बंदरगाह शहर मुकल्ला पर जोरदार बमबारी की। सऊदी नेतृत्व वाले गठबंधन ने दावा किया है कि यह हमला संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई समर्थित अलगाववादी संगठन सदर्न ट्रांजिशनल काउंसिल एसटीसी के लिए भेजी गई हथियारों की खेप को निशाना बनाकर किया गया।
मिडिल ईस्ट में जंग की आग अब एक नए मोड़ पर पहुंचती दिख रही है। इसराइल के बाद अब यमन दो मुस्लिम देशों के बीच टकराव का मैदान बनता जा रहा है। यह क्षेत्र पहले ही हूतियों के कारण चर्चा का विषय बना रहा। सऊदी की सरकार को कई बार पहले ही वार्निंग दे चुके हैं। मंगलवार को सऊदी अरब ने यमन के दक्षिणी बंदरगाह शहर मुकल्ला पर जोरदार बमबारी की। सऊदी नेतृत्व वाले गठबंधन ने दावा किया है कि यह हमला संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई समर्थित अलगाववादी संगठन सदर्न ट्रांजिशनल काउंसिल एसटीसी के लिए भेजी गई हथियारों की खेप को निशाना बनाकर किया गया।
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सऊदी प्रेस एजेंसी के मुताबिक यूएई के पूर्वी तट के बंदरगाह शहर फुजेरा से एक जहाज मुकल्ला पहुंचा था। इस जहाज से एसटीसी के लड़ाकों के लिए भारी मात्रा में हथियार और लड़ाकू वाहन उतारे जा रहे थे। सऊदी सेना के बयान में कहा गया जहाजों की ट्रैकिंग सिस्टम बंद किए गए थे। जिससे साफ संकेत मिलता है कि हथियारों की यह खेप गुप्त रूप से भेजी जा रही थी। सऊदी ने साफ शब्दों में कहा है कि यूएई द्वारा यमन में अलगाववादियों को समर्थन देना बेहद ही खतरनाक है और यह पूरे क्षेत्र की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकता है।
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शेष बलों को वापस बुलाएगा यूएई
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने कहा कि उसे दिए गए अल्टीमेटम के बाद वह यमन में तैनात अपने शेष बलों को वापस बुला लेगा। यूएई के रक्षा मंत्रालय ने सरकारी समाचार एजेंसी डब्ल्यूएएम के माध्यम से जारी बयान में कहा कि यह फैसला ‘हालिया घटनाक्रमों और उनके आतंकवाद-रोधी अभियानों की सुरक्षा व प्रभावशीलता पर पड़ने वाले संभावित असर’ को देखते हुए लिया गया है। हालांकि, बयान में यह स्पष्ट नहीं किया गया कि बलों की वापसी कब पूरी होगी। इससे पहले मंगलवार तड़के सऊदी अरब ने यमन में यूएई समर्थित अलगाववादी गुटों के लिए भेजे जा रहे हथियारों की एक खेप को निशाना बनाते हुए हवाई हमले किए थे। इसके बाद हूती विद्रोहियों के खिलाफ गठबंधन में शामिल बलों ने यूएई से 24 घंटे के भीतर अपने सैनिकों को यमन से वापस बुलाने की मांग की।
यूएई ने की संयम बरतने की अपील
सऊदी अरब ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) पर यमन में अलगाववादियों के हमले का समर्थन करने का आरोप लगाया है, जिसपर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यूएई ने संयम व समझदारी बतरने की अपील की है और सऊदी अरब के आरोपों को नकार दिया है। यमन के बंदरगाह शहर मुकल्ला पर सऊदी अरब के हवाई हमले करने के बाद यूएई के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी किया है। सऊदी अरब का कहना है कि यूएई ने वहां बख्तरबंद वाहन और हथियार भेजे थे। यूएई ने हथियार भेजने के आरोप से इनकार किया, लेकिन वाहनों की खेप भेजने की बात स्वीकार की। यूएई ने कहा कि ये वाहन उसकी अपनी सेनाओं के लिए थे, हालांकि उसने इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी।यूएई ने इससे पहले ही यमन से अपनी सेनाओं को काफी हद तक वापस बुला लिया था।
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