मारे गए छह आतंकियों में शाहबाज तासीर का अपहरणकर्ता भी

[email protected] । Oct 17 2016 4:12PM

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में मुठभेड़ में छह तालिबान आतंकवादी मारे गए। इनमें पंजाब प्रांत के दिवंगत गवर्नर सलमान तासीर के बेटे का कथित तौर पर अपहरण करने वाला शख्स शामिल है।

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में छह तालिबान आतंकवादी मारे गए। इनमें पंजाब प्रांत के दिवंगत गवर्नर सलमान तासीर के बेटे का कथित तौर पर अपहरण करने वाला शख्स शामिल है। आतंकवाद रोधी विभाग (सीटीडी) ने गुप्त सूचना के आधार पर शनिवार को शेखपुरा बाईपास के पास एक मकान पर छापा मारा था। वहां प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) के नौ से 10 सदस्य छिपे हुए थे।

सीटीडी के प्रवक्ता ने बताया कि उन्होंने एक कार और दो मोटरसाइकिल के जरिए भागने की कोशिश की लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उनका पीछा किया। आतंकवादियों ने सुरक्षाकर्मियों पर गोलियां चलाईं जिसके बाद सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की। ‘डॉन’ के अनुसार प्रवक्ता ने कहा, ‘‘गोलीबारी खत्म होने बाद छह आतंकवादी मरे पाए गए और बाकी फरार हो गए।’’ रिपोर्ट के अनुसार सीटीडी कर्मियों ने तीन कलाश्निकोव राइफल, तीन पिस्तौलें, दो किलोग्राम विस्फोटकों, प्राइमा कॉर्डस और गोलियों के जखीरे सहित हथियार एवं गोला बारूद जब्त किए। मारे गए आतंकवादियों की पहचान के लिए शवों को अस्पताल ले जाया गया है। इसके अलावा फरार संदिग्धों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का हवाला देते हुए कहा गया कि सीटीडी जांच दल ने एक मृतक की पहचान हाजी मोहम्मद उर्फ पठान के तौर पर की है। पठान पर दिवंगत गवर्नर सलमान तासीर के बेटे शाहबाज तासीर को अगवा करने का आरोप है।

अधिकारी ने बताया कि पठान को भगोड़ा अपराधी घोषित किया गया था और उसका नाम सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों की सूची में दर्ज किया गया था। पठान ने लाहौर के वालेंसिया टाउन में एक घर किराए पर लिया हुआ था। तासीर के अपहरणकर्ताओं ने उसे संघ प्रशासित कबायली क्षेत्र (फाटा) ले जाने से पहले कई दिनों तक इसी घर में रखा था। लाहौर में गुलबर्ग पुलिस में पठान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। अधिकारी ने बताया कि पठान दो प्रतिबंधित संगठनों- टीटीपी और इस्लामिक मूवमेंट ऑफ उज्बेकिस्तान से संबंधित था। अधिकारी ने बताया, ‘‘बाकी के पांच आतंकवादियों की पहचान सुनिश्चित करने के प्रयास जारी हैं।’’ शाहबाज को 26 अगस्त 2011 को गुलबर्ग स्थित उनकी कंपनी के मुख्य दफ्तर के पास से अगवा कर लिया गया था। इस साल की शुरू में उन्हें रिहा किया गया था। 2011 में ईशनिंदा कानून की आलोचना के आरोप में शाहबाज के पिता सलमान तासीर की हत्या कर दी गई थी।

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