श्रीलंका-नेपाल में निवेश कर बर्बाद होने के बाद पाकिस्तान से भी चीन के लिए बुरी खबर, CPEC में तुर्की को क्यों शामिल कराना चाहते हैं शहबाज
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाद शरीफ ने चीन पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर परियोजना में चीन पाकिस्तान और तुर्की के बीच त्रिआयामी व्यवस्था बनाने का प्रस्ताव रखा है। उन्होंने कहा कि इससे तीनों मित्र देशों को भरपूर फायदा होगा।
पहले श्रीलंका और बाद में नेपाल में निवेश कर बर्बाद होने के बाद अब पाकिस्तान से भी चीन के लिए बुरी खबर आई है। चीन पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर परियोजना में अब तुर्की को भी शामिल करना चाहता है। ये खबर चीन को इसलिए भी परेशान कर सकती है क्योंकि हाल ही में सीपीईसी प्रोजेक्ट में लगे अपने नागरिकों पर हुए आतंकी हमलों से डरा हुआ है। यही नहीं जिनपिंग ने आत्मघाती हमले के बाद पाकिस्तान से चीनी नागरिकों को वापस बुलाने का फरमान जारी किया था। इस बीच अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाद शरीफ ने चीन पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर परियोजना में चीन पाकिस्तान और तुर्की के बीच त्रिआयामी व्यवस्था बनाने का प्रस्ताव रखा है। उन्होंने कहा कि इससे तीनों मित्र देशों को भरपूर फायदा होगा।
इसे भी पढ़ें: कश्मीर की आबोहवा में जहर घोलने वाले यासीन मलिक पर NIA Court आज सुनाएगी फैसला, पाकिस्तान बना पैरोकार, लगाई ये गुहार
सीपीईसी 60 अरब डॉलर की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर इसका मार्ग गुजरने को लेकर भारत ने चीन के समक्ष विरोध दर्ज कराया है। इस फैसले के बाद से ये साफ हो गया है कि सीपीईसी को लेकर डींगे हांकने वाला पाकिस्तान अब गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहा है।
तुर्की को शामिल कराना चाहते हैं शहबाज
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने महत्वाकांक्षी चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) को चीन, पाकिस्तान और तुर्की के बीच एक त्रिपक्षीय समझौते में तब्दील करने का शुक्रवार को प्रस्ताव किया। पाकिस्तान के इस कदम का उद्देश्य तीनों मित्र देशों को सीपीईसी से फायदा पहुंचाना है। शरीफ ने कराची शिपयार्ड एंड इंजिनियरिंग वक्स्र् के एक उदघाटन समारोह को संबोधित करते हुए यह कहा।
अन्य न्यूज़