Asim Munir राष्ट्रपति, बिलावल प्रधानमंत्री, अमेरिकन स्क्रिप्ट के अनुसार पाकिस्तान में तख्तापलट का गेम सेट

Asim Munir
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अभिनय आकाश । Jul 10 2025 2:36PM

आसिम अली जरदारी के बेटे बिलावल भुट्टो को शहबाज शरीफ की जगह पर प्रधानमंत्री बनाया जा सकता है। इसके साथ ही खबर है कि आसिफ अली जरदारी को हटाया जाएगा और उनकी कुर्सी पर जनरल आसिम मुनीर खुद बैठने वाले हैं। कहा जा रहा है कि अगले कुछ घंटों में पाकिस्तान में तख्तापलट की खबर ऑफिशियल हो सकती है।

पाकिस्तान में तख्तापलट की खबर है। खबर है कि शहबाज शरीफ को टाटा-बाय-बाय बोला जा सकता है। शहबाज शरीफ की जगह प्रधानमंत्री की कुर्सी उस नेता को मिल सकती है। जो भारत को धमकी दे रहा था कि सिंधु नदी में या तो पानी बहेगा या फिर भारत का खून। मिस्टर 10 परसेंट के नाम से मशहूर आसिम अली जरदारी के बेटे बिलावल भुट्टो को शहबाज शरीफ की जगह पर प्रधानमंत्री बनाया जा सकता है। इसके साथ ही खबर है कि आसिफ अली जरदारी को हटाया जाएगा और उनकी कुर्सी पर जनरल आसिम मुनीर खुद बैठने वाले हैं। कहा जा रहा है कि अगले कुछ घंटों में पाकिस्तान में तख्तापलट की खबर ऑफिशियल हो सकती है।

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अमेरिकन स्क्रिप्ट के अनुसार चल रहा गेम प्लान

आपको याद होगा कि जनरल आसिम मुनीक डोनाल्ड ट्रंप के साथ लंच करने के लिए अमेरिका गए थे। सूत्रों की माने तो पाकिस्तान के तख्तापलट की बैकग्राउंड स्टोरी वहीं पर लिखी गई। बार बार डोनाल्ड ट्रंप ट्रेड की बात कर रहे थे। पाकिस्तान के साथ ट्रेड को लेकर तो मीडिया में खबरें आम है, चाहे वो क्रिप्टो करेंसी बिजनेस से जुड़ा हो या फिर बलूचिस्तान के रेयर अर्थ मिनिरल्स वाली डील हो। एक नैचुरल गैस की लीज के लिए भी अमेरिका की कंपनी ने बोली लगाई है और वो भी कभी भी हो सकता है। बिलावल भुट्टो अल जजीरा चैनल पर जाकर कहते हैं कि भारत अगर चाहता है तो हम हाफिज सईद और मसूद अजहर को सौंपने के लिए तैयार हैं। अमेरिका की तरफ से सख्त हिदायत दी गई है कि भारत के खिलाफ जो भी बोलना है वो बोलो, लेकिन कोई हिमाकत मत करना। 

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आसिफ अली जरदारी की तबीयत खराब

पाकिस्तानी मीडिया में एक खबर बीते दिनों फैलाई गई कि आसिफ अली जरदारी की तबीयत बहुत खराब है और देश को एक नए राष्ट्रपति की जरूरत है। पाकिस्तान की आर्मी द्वारा इस तरह की खबर को प्लांट किया गया। वहीं खबर ये भी है कि 27 पाकिस्तानी यूट्यूबर्स को ब्लॉक किया गया। ये यूट्यूबर पाकिस्तानी आर्मी पर सवाल उठा रहे थे। मतलब सबकुछ सुनियोजित ढंग से हो रहा है। तख्तापलट से पहले खिलाफ में उठने वाली यूट्यूबर्स की आवाज को दबाया। वहीं आसिफ अली जरदारी की तबीयत को लेकर खबर फैला ही दी गई है। इसके अलावा आसिम मुनीर रिटायर करने वाले थे। 

बिलावल को ही क्यों चुना गया

कहा जा रहा है कि जरदारी ने यह शर्त रखी है कि अगर बिलावल भुट्टो जरदारी को कोई ऐसा बड़ा पद मिले जहां वह एक परिपक्व नेता के रूप में उभर सकें, तो वह इस्तीफा दे सकते हैं। इसके अलावा ऑपरेशन सिंदूर के बाद शहबाज शरीफ ने नवाज शरीफ से बात की। नवाज शरीफ ने लंदन से ही सउदी के प्रिंस, ईरान के राष्ट्रपति सभी से फोन पर बात की। फिर उन्होंने भारत से बात करने के लिए ईरान को तैयार किया। ये बात अमेरिका को नागवार गुजरी। शहबाज अमेरिका की नजर में खटकने लगे। ईरान ने कोशिश की लेकिन कुछ खास सफलता नहीं मिली। आपको याद होगा कि बिलावल डेलीगेशन लेकर विदेश भी गए थे और अमेरिका में बड़ी अच्छी अच्छी बातें भी की। 

संविधान संशोधन कर सकते हैं मुनीर

आर्मी चीफ मुनीर का दखल पाकिस्तानी संसद, न्यायपालिका और विदेश नीति पर भी देखा जा रहा है। उनकी वॉशिंगटन, रियाद और बीजिंग जैसी जगहों पर उनकी हाई-प्रोफाइल कूटनीतिक यात्राएं इस बात का प्रमाण हैं कि ये पाकिस्तान के 'स्थायित्व दूत' के रूप में देखे जाते हैं। विश्लेषकों का मानना है कि असीम मुनीर राष्ट्रपति बनकर सिर्फ प्रतीकात्मक पद पर नहीं रहना चाहते, बल्कि पाकिस्तान की पूरी राजनीतिक व्यवस्था में बदलाव लाना चाहते हैं। यह प्रयास जनरल जिया-उल-हक के 1977 के तख्तापलट की वर्षगांठ के समय सामने आया है, जिससे इसे एक 'सॉफ्ट कूप' के रूप में देखा जा रहा है। कहा जा रहा है कि संसद, न्यायपालिका और मीडिया पर असीम मुनीर का पूर्ण नियंत्रण है और इसलिए संविधान में बदलाव कर राष्ट्रपति प्रणाली लागू करने में उन्हें कोई खास मुश्किल नहीं होगी। 

पाक सियासत से खत्म हो जाएगी शरीफ परिवार की प्रासंगिकता 

आर्मी चीफ मुनीर और जरदारी के बीच बढ़ने समीकरणों के लेकर के पूर्व पीएम नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएलएन) ने विरोध जताना शुरू कर दिया है। मौजूदा प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और उनकी पार्टी पीएमएलएन इस संभावित बदलाव का विरोध कर रहे हैं। उन्हें डर है कि यदि राष्ट्रपति प्रणाली आई तो न केवल शहबाज की प्रधानमंत्री पद से छुट्टी होगी बल्कि पाकिस्तान की सियासत में पीएमएलएन और शरीफ परिवार की प्रासंगिकता भी खत्म हो जाएगी। खबर है कि इसीलिए पीएमएलएन पाकिस्तानी आमों के विभिन्न धड़ों से संपर्क में हैं नाकि बिलावल के नत्य को रोका जा सके।

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