पंजाब में किसान आंदोलन के दौरान निशाने पर मोबाइल टावर, अमरिंदर की सख्त चेतावनी
सोमवार को जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि अब तक 1,561 मोबाइल टावरों को निशाना बनाया गया है। राज्य के 22 जिलों में कुल 21,306 मोबाइल टावर हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह राज्य में किसी भी कीमत पर अराजकता की स्थिति पैदा नहीं होने देंगे और किसी को कानून को अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी। सिंह ने कहा कि उन्होंने इस बारे में कई बार अपील की, लेकिन इसे नजरअंदाज किया गया। इस वजह से उन्हें अपना रुख सख्त करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि मोबाइल सेवाएं प्रभावित होती हैं, तो इससे आम लोग... विद्यार्थी, घर से काम कर रहे पेशेवरों के अलावा बैंकिंग सेवाओं पर भी असर पड़ेगा। सिंह ने कहा कि उनकी सरकार ने केंद्र के काले कृषि कानूनों के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शनों को रोका नहीं है। उन्होंने कहा कि संपत्ति को नुकसान और नागरिकों को किसी तरह की असुविधा को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।Punjab: Locals of Ekta Nagar near Moga vandalised a mobile tower in support of farmers protesting against Centre's farm laws, last night. Police say, "We are verifying facts of the incident. The farmers have condemned this act. They are not supporting such actions." pic.twitter.com/rHRm5UUMJU
— ANI (@ANI) December 28, 2020
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सिंह ने कहा, ‘‘किसानों का आंदोलन अभी तक सफल रहा है और इसे समाज के सभी वर्गों और देशभर के लोगों का समर्थन मिला है, क्योंकि अभी तक विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा है।’’मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी तरह की हिंसा से आंदोलनकारी आम लोगों से कट सकते हैं और यह कृषक समुदाय के हित में नहीं होगा।’’ आंदोलन से जो मोबाइल टावर प्रभावित हुए हैं उनमे से 25 टावरों को कथित रूप से किसानों और उनके समर्थकों ने तोड़ दिया है। हालांकि, किसान यूनियनों ने कृषि कानूनों के खिलाफ अपने आंदोलन को शांतिपूर्ण रखने का निर्देश दिया है।
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