भाजपा के प्रदर्शन से थमी लखनऊ शहर की रफ्तार
विधानभवन के घेराव कार्यक्रम की वजह से लगे भीषण जाम ने शहर की रफ्तार को थाम दिया और तेज धूप तथा उमस भरी गर्मी में रेंगकर चल रहे वाहनों में सवार लोगों को भारी परेशानी हुई।
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के आज विधानभवन के घेराव कार्यक्रम की वजह से लगे भीषण जाम ने शहर की रफ्तार को थाम दिया और तेज धूप तथा उमस भरी गर्मी में रेंगकर चल रहे वाहनों में सवार लोगों और स्कूली बच्चों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। भाजपा कार्यकर्ता अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक शहर के अतिव्यस्त इलाके हजरतगंज स्थित पार्टी प्रदेश मुख्यालय पर एकत्र हुए और विधानभवन का घेराव करने के लिये बढ़े। बड़े पैमाने पर अवरोधक लगाकर पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन पार्टी प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य की अगुवाई में कार्यकर्ता नहीं माने और बाधाओं को तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की।
विधानभवन के अंदर मानसून सत्र की कार्यवाही जारी होने के बीच परिसर की तरफ बढ़ रहे कार्यकर्ताओं को रोकने के लिये पहले तो पुलिस ने उन पर पानी की बौछार की, आंसू गैस के गोले छोड़े और फिर लाठीचार्ज किया। इससे मौके पर भगदड़ मच गयी। इस मंजर की वजह से शहर का यातायात थम सा गया। मुख्यमंत्री आवास के सामने कालिदास मार्ग से लेकर बर्लिग्टन चौराहे, कैंट, लालबाग और सिकन्दरबाग तक कई किलोमीटर के जाम में सैकड़ों वाहन फंस गये। रही-सही कसर भाजपा नेताओं की बेतरतीब खड़ी गाड़ियों ने पूरी कर दी। स्कूलों में छुट्टी का समय होने से हालात और बिगड़ गये। भीषण धूप और उमस भरी गर्मी के बीच चरमरायी यातायात व्यवस्था में वाहन रेंगकर चले और लोग परेशान हुए। यातायात पुलिसकर्मियों को हालात संभालने में करीब तीन घंटे तक कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
भाजपा के प्रान्तीय महासचिव विजय बहादुर पाठक ने कहा कि उनकी पार्टी ने प्रदेश की जनसमस्याओं और खराब कानून-व्यवस्था के विरोध में यह प्रदर्शन किया था। इसमें भाजपा के कई सांसद तथा विधायक भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार मंगलवार को विधानसभा में स्वीकार कर चुकी है कि प्रदेश में पिछले पांच महीने के दौरान बलात्कार के 1012, महिला उत्पीड़न के 4520, लूट के 1386 और डकैती के 86 मुकदमे दर्ज हुए हैं। पाठक ने कहा कि प्रदेश में हर तरफ अराजकता का माहौल है जिससे केवल भाजपा ही मुक्ति दिला सकती है।
उधर, उत्तर प्रदेश विधानसभा में आज खराब कानून-व्यवस्था तथा कुछ अन्य मुद्दों को लेकर भाजपा सदस्यों के हंगामे की वजह से प्रश्नकाल नहीं हो सका। पूर्वाह्न 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा के सदस्य प्रदेश की खराब कानून-व्यवस्था, बिजली संकट तथा बकाया गन्ना मूल्य के मुद्दों को लेकर नारेबाजी करते हुए सदन के बीचोंबीच आ गये। हाथों में सरकार विरोधी नारे लिखी तख्तियां लिये भाजपा सदस्यों ने इन हालात के लिये राज्य की सपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया। सदन में बसपा के नेता गयाचरण दिनकर ने भी कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश की। विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय ने हंगामा कर रहे सदस्यों को समझाने की कोशिश करते हुए उनसे अपने स्थान पर बैठने का आग्रह किया लेकिन शोरगुल ना थमने पर उन्होंने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजकर 20 मिनट तक के लिये स्थगित कर दी। इस तरह सदन में प्रश्नकाल नहीं हो सका।
अन्य न्यूज़