INDIA vs Bharat: मोदी सरकार को चुनौती देते हुए केजरीवाल बोले- क्या इंडिया आपके पिता जी का है?

केजरीवाल ने कहा कि वे (भाजपा) पिछले साल तक भारत के नाम से कई कार्यक्रम चलाते थे। 'मेक इन इंडिया' और 'डिजिटल इंडिया' जैसे अभियान थे, और एक बार जब विपक्षी गुट ने अपने गठबंधन का नाम I.N.D.I.A रखा, तो वे (भाजपा) देश का नाम बदलने पर विचार कर रहे हैं।
देश का नाम बदलने को लेकर चल रहे विवाद के बीच केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर तीखा हमला करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर वे भारत का नाम बदलने की हिम्मत करते हैं तो वह भाजपा को चुनौती देना चाहेंगे। केजरीवाल ने आगे कहा कि बीजेपी सरकार पिछले साल तक इंडिया के नाम से कई कार्यक्रम चलाती थी। शनिवार को चुनावी राज्य छत्तीसगढ़ में एक रैली को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा, “क्या इंडिया आपके पिता जी का है? यह 140 करोड़ लोगों का है। मैं बीजेपी को चुनौती देना चाहता हूं कि वे भारत का नाम बदलने की हिम्मत करें। उन्होंने कहा कि इंडिया और भारत हमारे दिल में बसता है। किस-किस के दिल से इंडिया निकालोगे।
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केजरीवाल ने कहा कि वे (भाजपा) पिछले साल तक भारत के नाम से कई कार्यक्रम चलाते थे। 'मेक इन इंडिया' और 'डिजिटल इंडिया' जैसे अभियान थे, और एक बार जब विपक्षी गुट ने अपने गठबंधन का नाम I.N.D.I.A रखा, तो वे (भाजपा) देश का नाम बदलने पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें आश्चर्य है कि अगर विपक्षी गठबंधन अपना नाम 'इंडिया' रखता है तो क्या बीजेपी भारत का नाम बदलकर कुछ और रखेगी। आप सुप्रीमो ने अनंतनाग मुठभेड़ पर पीएम मोदी की चुप्पी को लेकर उन पर हमला तेज कर दिया और उनसे पूछा कि क्या उन्हें दुख महसूस नहीं होता है। उन्होंने कहा कि अब चार दिन हो गए हैं (अनंतनाग) मुठभेड़ अभियान के दौरान उनकी (जवानों की) जान चली गई, लेकिन पीएम मोदी ने एक भी शब्द नहीं बोला। आप बोल क्यों नहीं रहे? क्या तुम्हें दुःख का एहसास नहीं होता।
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दिल्ली के मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ के जगदलपुर के लालबाग मैदान में एक चुनावी रैली में बोल रहे थे।केजरीवाल ने आगे कहा कि अगर उनकी पार्टी छत्तीसगढ़ में सत्ता में आती है तो वह बच्चों की शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करेंगे। उन्होंने कहा कि भारत की आजादी को 75 साल हो गए हैं लेकिन किसी भी राजनीतिक दल ने अब तक शिक्षा के बारे में बात नहीं की है। हम अपने बच्चों को शिक्षित बनाना चाहते हैं ताकि गरीबी खत्म हो सके। गौरतलब है कि इस साल के अंत में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, मिजोरम और राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं।
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