निजी अस्पतालों से बोलीं सीएम ममता, कोविड-19 के रोगियों के इलाज से नहीं करें इंकार

mamata

ममता ने राज्य सचिवालय में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने 51 निजी अस्पतालों के साथ साझेदारी की है। मत भूलिए कि उनके इलाज का सारा खर्च राज्य सरकार उठा रही है। लेकिन अन्य अस्पताल भी जरूरी एहतियाती कदम उठाकर कोरोना वायरस के रोगियों का उपचार कर सकते हैं। मेरी सभी से अपील है कि उनका इलाज करें।’’

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को राज्य के निजी अस्पतालों से कहा कि वे कोरोना वायरस संक्रमण के इलाज के लिए आने वाले किसी भी रोगी को लौटाएं नहीं। इससे पहले इस तरह के आरोप सामने आए थे कि कुछ निजी अस्पताल कोरोना वायरस के लक्षण वाले रोगियों का इलाज करने से मना कर रहे हैं। 

इसे भी पढ़ें: ममता बनर्जी की वोटबैंक की राजनीति के कारण बंगाल में सार्वजनिक स्वास्थ्य की स्थिति विकट हुई: भाजपा

ममता ने राज्य सचिवालय में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने 51 निजी अस्पतालों के साथ साझेदारी की है। मत भूलिए कि उनके इलाज का सारा खर्च राज्य सरकार उठा रही है। लेकिन अन्य अस्पताल भी जरूरी एहतियाती कदम उठाकर कोरोना वायरस के रोगियों का उपचार कर सकते हैं। मेरी सभी से अपील है कि उनका इलाज करें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन हमें बच्चों का टीकाकरण, रोगियों की डायलिसिस, गर्भवती महिलाओं और हृदयरोगियों को भी देखना होगा। हम निजी अस्पतालों के लिए जल्द परामर्श जारी करेंगे ताकि वे अपनी सुविधाओं को संचालित रखें और कोविड-19 के उपचार के लिए आ रहे रोगियों को मना नहीं करें।’’ बनर्जी ने डॉक्टरों से भी उनके चैंबर फिर से खोलने और सामाजिक दूरी के नियम का सख्ती से पालन करते हुए मरीजों का इलाज करने को कहा।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़