देश के पास पहली बार पूरी तरह अपना संसद भवन होगा: फडणवीस

Devendra Fadnavis
प्रतिरूप फोटो
Google Creative Common
फडणवीस ने कहा, ‘‘किसी को भी यह भूलना नहीं चाहिए कि मौजूदा संसद भवन असल में एक काउंसिल हॉल है। पहली बार भारत के पास पूरी तरह अपना संसद भवन होने जा रहा है।’’

मुंबई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बृहस्पतिवार को कहा कि मौजूदा संसद भवन वास्तव में एक ‘काउंसिल हॉल’ है तथा पहली बार देश के पास पूरी तरह अपना संसद भवन होगा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता फडणवीस यहां पत्रकारों से बात कर रहे थे। इससे एक दिन पहले 20 विपक्षी दलों ने 28 मई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा संसद के नए भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने के फैसले की घोषणा की थी। फडणवीस ने कहा, ‘‘किसी को भी यह भूलना नहीं चाहिए कि मौजूदा संसद भवन असल में एक काउंसिल हॉल है। पहली बार भारत के पास पूरी तरह अपना संसद भवन होने जा रहा है।’’

इसे भी पढ़ें: 'सीमाओं पर दोहरे खतरे का सामना कर रहा भारत', राजनाथ बोले- तकनीक के क्षेत्र में अग्रिम होना बहुत आवश्यक

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व में कई ऐसी घटनाएं हुई हैं जब राज्य प्रमुखों ने संबंधित राज्यपालों को आमंत्रित करने के बजाय खुद महत्वपूर्ण सरकारी इमारतों का उद्घाटन किया। फडणवीस ने पूछा, ‘‘जब पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने संसदीय सौध का उद्घाटन किया और राजीव गांधी ने संसद परिसर में पुस्तकालय की आधाशिला रखी तो क्या यह लोकतांत्रिक नियमों के विरुद्ध था।’’ सरकार के सेंट्रल विस्टा पोर्टल के अनुसार, मौजूदा संसद भवन ब्रिटिश वास्तुकार सर एडविन लुटियंस और हर्बर्ट बेकर द्वारा बनायी औपनिवेशिक काल की इमारत है। इसका निर्मामण 1921 से 1927 के बीच हुआ। मूल रूप से इसे काउंसिल हॉल कहा जाता है जिसमें इम्पीरियल विधान परिषद है।

Disclaimer:प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


अन्य न्यूज़