रियल एस्टेट कंपनी के पूर्व निदेशक धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार

लोढ़ा डेवलपर्स ने इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए एक बयान में कहा, “कंपनी कदाचार के प्रति फिर चाहे संबंधित व्यक्ति की वरिष्ठता या पद कुछ भी हो, किसी भी प्रकार की कोई नरमी नहीं बरतने की सख्त नीति अपनाती है।
रियल एस्टेट क्षेत्र की एक प्रमुख कंपनी के पूर्व निदेशक को अपने पद का दुरुपयोग कर कंपनी से 85 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में बुधवार को गिरफ्तार किया गया। मुंबई पुलिस ने यह जानकारी दी।
राजेंद्र लोढ़ा नाम के आरोपी ने सितंबर 2013 से 18 अगस्त 2025 तक ‘लोढ़ा डेवलपर्स लिमिटेड’ के निदेशक के रूप में काम किया था। एक अधिकारी ने बताया कि कंपनी की आचार समिति द्वारा आचरण की समीक्षा किये जाने के बाद राजेंद्र लोढ़ा ने इस्तीफा दे दिया था।
शिकायतकर्ता ने दावा किया कि राजेंद्र लोढ़ा ने कंपनी के साथ धोखाधड़ी करने के लिए अपने पद का दुरुपयोग किया। अधिकारी ने बताया कि धोखाधड़ी में राजेंद्र लोढ़ा की कथित संलिप्तता एनएम जोशी मार्ग थाने में दर्ज एक मामले की जांच के दौरान सामने आई।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरोपी राजेंद्र लोढ़ा को मुंबई अपराध शाखा के संपत्ति प्रकोष्ठ ने मध्य मुंबई के वर्ली स्थित उसके आवास से हिरासत में लिया। अधिकारी ने बताया कि राजेंद्र लोढ़ा को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 23 सितंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
प्राथमिकी के अनुसार, कंपनी के निदेशक के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान राजेंद्र लोढ़ा फर्जी भूमि अधिग्रहण, लोढ़ा डेवलपर्स को जमीन फिर से बेचने, कंपनी की जमीन को अन्य बिल्डरों को बहुत कम कीमत पर बेचने और अन्य धोखाधड़ी गतिविधियों में कथित तौर पर शामिल थे, जिससे फर्म को 85 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच जारी है।
लोढ़ा डेवलपर्स ने इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए एक बयान में कहा, “कंपनी कदाचार के प्रति फिर चाहे संबंधित व्यक्ति की वरिष्ठता या पद कुछ भी हो, किसी भी प्रकार की कोई नरमी नहीं बरतने की सख्त नीति अपनाती है।” बयान के मुताबिक, “कंपनी के अनुरोध पर राजेंद्र लोढ़ा ने 17 अगस्त, 2025 को संगठन के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया।
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