भदोही में 17 करोड़ रुपये का जीएसटी फर्जीवाड़ा उजागर; कंपनी मालिक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज

UP police
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मांगलिक ने बताया कि घोटाले का पता चलने के बाद 2 जुलाई को उस कंपनी का जीएसटी नंबर और रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया गया। औराई थाना में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है।

भदोही जिले के अधिकारियों ने एक बड़ा वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) घोटाला पकड़ा है, जिसमें नकली दस्तावेजों का इस्तेमाल कर 17 करोड़ रुपये से ज्यादा की कर चोरी की गई है।

पुलिस ने बताया कि आरोपी जोगेंद्र सिंह ने जीएसटी रजिस्ट्रेशन हासिल करने के लिए कथित तौर पर कूटरचित दस्तावेजों का उपयोग किया और 10 अलग-अलग राज्यों से करीब एक अरब रुपये का लेनदेन किया।

पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु मांगलिक ने बताया कि आरोपी ने औराई थाना क्षेत्र के खमरिया में ‘मेसर्स जोगेंद्र इंटरप्राइजेज’ नाम से एक कंपनी खोलकर 22 दिसंबर 2024 को जीएसटी नंबर हासिल किया और इस रजिस्ट्रेशन का उपयोग कर उसने कुल 96.53 करोड़ रुपये के बिल जारी किए।

उन्होंने बताया कि हालांकि वह 17.57 करोड़ रुपये जीएसटी का भुगतान करने में विफल रहा। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सहायक आयुक्त (वाणिज्यिक कर) मनोज कुमार अग्रवाल ने निरीक्षण के दौरान पाया कि इस कंपनी का कोई भौतिक अस्तित्व नहीं है जिसके बाद अग्रवाल ने जोगेंद्र सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई।

उन्होंने बताया कि मौके पर जांच में बिजली बिल भी किसी महिला के नाम पर पाया गया और मालिक द्वारा जीएसटी के लिए लगाया गया पैन कार्ड भी कूटरचित मिला। मांगलिक ने बताया कि घोटाले का पता चलने के बाद 2 जुलाई को उस कंपनी का जीएसटी नंबर और रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया गया। औराई थाना में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है।

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