'मुस्लिम' सुल्ताना के प्यार में चढ़ी 'हिंदू' नागाराजू की बली! धार्मिक नफरत से सुलग रहा भाई बना कसाई, सरेआम उजाड़ा बहन का सुहाग
हैदराबाद में रहने वाले दलित हिंदू समुदाय के नागाराजू, अपने स्कूल में उन्हें मुस्लिम समुदाय की सुल्ताना से इश्क हो गया था। स्कूल से लेकर कॉलेज तक नागाराजू ने सुल्ताना को बेइंतहा मोहब्बत की और आखिरी में सुल्ताना के साथ ही जिंदगी बिताने का फैसला किया।
कहते हैं भारत की खूबसूरती इसकी 'विविधता' है लेकिन अफसोस की बात यह है कि भारत के लिए काल भी इसकी 'विविधता' बन रही है। भारत का संविधान हमें समानता का आधिकार देता है लेकिन जमीनी स्तर पर इसी अधिकार की ऐसी धज्जियां उड़ाई जाती मानों आज भी हम गुलाम है और किसी जंगल राज में जी रहे हैं। सामाजिक रूप से बनाए गये कठोर नियम, धर्म-जाति का मतभेद... यह सब भारत की खूबसूरती पर काले धब्बे की तहर बन गये हैं। प्यार और अमन के साथ रहने वाली सीख बस किताबों में रह गयी है घरों में तो नफरत सिखाई जा रही है।
भाई बना कसाई
बड़े-बड़े विद्वानों ने कहा है कि प्यार दुनिया की सबसे खूबसूरत चीज है। इंसान को एक-दूसरे से प्यार करना चाहिए। भाईचारा बनाकर रखना चाहिए। प्यार कोई मजहब नहीं देखता न ही जाति समझ पाता है प्यार बस हो जाता है और सही इंसान से हो जाये तो परवान चढ़ जाता है। कुछ ऐसे ही प्यार में पड़ गये थे हैदराबाद में रहने वाले दलित हिंदू समुदाय के नागाराजू, अपने स्कूल में उन्हें मुस्लिम समुदाय की सुल्ताना से इश्क हो गया था। स्कूल से लेकर कॉलेज तक नागाराजू ने सुल्ताना को बेइंतहा मोहब्बत की और आखिरी में सुल्ताना के साथ ही जिंदगी बिताने का फैसला किया। नागाराजू के लिए सुल्ताना से शादी करने की राह आसान नहीं थी जान जाने का भी रिस्क था क्योंकि दोनों के धर्म अलग थे और परिवार किसी भी कीमत पर दोनों के साथ रहने के फैसले से राजी नहीं था। आखिर में नाराराजू ने सुल्ताना से कहा कि 'अब चाहे जियूं या मरूं मैं तुम्हें नहीं छोड़ सकता', सुल्ताना ने भी नागाराजू के साथ शादी करने के लिए हांमी भर दी। परिवार के खिलाफ जाकर दोनों ने मंदिर में शादी रचाई। सुल्ताना का परिवार काफी कट्टर था हिंदू लड़के के साथ शादी करना उन्हें बरदाश्त नहीं हो पा रहा था। शादी के कुछ महिनों बाद सुल्ताना के भाई की नफरत इस कदर बढ़ गयी कि उनसे अपने दोस्त के साथ मिलकर नागाराजू को बीच सड़क पर पीट-पाट कर मार डाला।
इसे भी पढ़ें: क्या है ज्ञानवापी मंदिर और श्रृंगार गौरी मंदिर विवाद, क्यों होने जा रहा है आज सर्वे और मुस्लिम पक्ष को है क्या ऐतराज?
भाई ने ही उजाड़ दिया बहन की मांग का सिंदूर
सुल्ताना के भाई मोबिन अहमद की नफरत दिन पर दिन बढ़ती जा रही थी। अपनी बहन की खुशियां उससे देखी नहीं जा रही थी। वह दोनों के खुशियों के भरे आशियाने को उजाड़ना चाहता था। 4 माई को जब नागाराजू काम करके सुल्ताना के साथ लौट रहा था तभी मोबिन अहमद और उसके साथियों ने उसे रास्ते में घेर लिया और पीटना शुरू कर दिया। मोबिन अहमद का इरादा हत्या करने का ही था इस लिए वह हथियार भी लेकर आया था। हमलावरों ने नागराजू को लोहे की रॉड से पीटा और चाकू से वार कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। अपने ही परिवार द्वारा अपने पति की हत्या करने से सुल्ताना की हालात खराब है। मानसिक रूप से भाई द्वारा भर पति को मारे जाने से सुल्ताना काफी तकलीफ में है। उनके दर्द का हम और आप अंदाजा नहीं लगा सकते हैं। नफरत की आग ने सुल्ताना से उसका सबसे अच्छा दोस्त-प्यार और पति सब कुछ छीन लिया है। 23 वर्षीय सु्ल्ताना ने कहा कि वह इस बात से दोगुनी स्तब्ध है। उन्होंने कहा कि हमारे समाज में कैसे लोग रहते हैं कि सड़क पर एक व्यक्ति को जब पीटा जा रहा था तब उसे बचाने के लिए कोई आगे नहीं आया। पुलिस 30 मिनट बाद आई... मेरे पति को 15 से 20 मिनट तक बुरी तरह पीटा गया। एक भी व्यक्ति हमारी मदद के लिए नहीं आया। लोग बाद में जमा हो गए, जब मेरा पति मर चुका था।
इसे भी पढ़ें: बग्गा की गिरफ्तारी पर बोली बीजेपी, 1980 के दशक में पंजाब को ले जाना चाहती है AAP, सिखों को आतंकवादी बताने की हो रही कोशिश
मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए राजी हो गया था नागाराजू
हमले के बारे में बताते हुए सुल्ताना ने कहा कि वह और उसका पति अपनी स्कूटी से सड़क पार कर रहे थे, तभी अचानक दो लोगों ने उनका सामना किया - उसका भाई सैयद मोबिन अहमद और उसका साथी मोहम्मद मसूद अहमद। मैंने अपनी आंखों के ठीक सामने अपने पति बी नागराजू की नृशंस हत्या होते देखा है। सुल्ताना ने कहा कि पुलिस बहुत देर से मौके पर पहुंची और तब तक हमलावर भाग चुके थे और उसका पति मर चुका था। मेरे पति का सिर कुचला गया और उनकी मृत्यु हो गई, तो लोग खड़े हो गए और देख रहे थे। इस समाज में कोई अच्छे लोग नहीं हैं। उसने दावा किया कि लोगों ने मदद के लिए उसके रोने को नजरअंदाज कर दिया। अगर एक भी व्यक्ति आगे आता और मदद करता, तो उसका "राज" बच जाता। सुल्ताना नागाराजू को राज कहती थीं।
सुल्ताना ने यह भी कहा कि जब हमारी शादी हुई थी तब नागाराजू ने मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए भा तैयार हो गये थे क्योंकि वह मुझसे बहुत प्यार करते थे। 25 वर्षीय बी नागराजू सिकंदराबाद के मररेडपल्ली का रहने वाला था और वह पुराने शहर के मलकपेट में एक लोकप्रिय कार शोरूम में सेल्समैन के रूप में काम करता था। वह और सुल्ताना लंबे समय से प्यार में थे। उन्होंने इसी साल जनवरी में एक आर्य समाज मंदिर में शादी की थी।
सुल्ताना का परिवार संघ का विरोध कर रहा था क्योंकि लड़का और लड़की अलग-अलग धर्मों के थे। पुलिस ने कहा कि नागराजू की हत्या एक संदिग्ध ऑनर किलिंग थी। दोनों हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
Hyderabad | We were going home when my brother along with another person come on a motorcycle & pushed my husband (Nagaraju) & started beating him. In the beginning, I didn't know it was my brother who was attacking him. No one helped us: Ashrin Sulthana, deceased's wife pic.twitter.com/X8VbH4Edy2
— ANI (@ANI) May 6, 2022
The murder of Nagaraju, who married a Muslim woman by consent, is captured on video. Yet, it will take many years for conviction. High chances the killer will get bail in a few months or yearspic.twitter.com/QZTL1e8BfA
— Swati Goel Sharma (@swati_gs) May 5, 2022
Another 'interfaith' love story ends with the Hindu spouse's murder. Billapram Nagaraju killed by family of his wife Syed Ashrin in Hyderabad. Just another day in 'Hindu Rashtra' pic.twitter.com/gguDyX7lsz
— Swati Goel Sharma (@swati_gs) May 5, 2022
अन्य न्यूज़