प्रतिमा विसर्जन के दौरान साम्प्रदायिक तनाव, 17 गिरफ्तार

गोण्डा। उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान जुलूस पर कथित रूप से पथराव को लेकर साम्प्रदायिक तनाव पैदा हो गया। पुलिस ने इस मामले में 17 लोगों को गिरफ्तार किया है। भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने पुलिस पर ‘एकतरफा कार्रवाई’ का आरोप लगाते हुए आज अपने समर्थकों के साथ शहर कोतवाली पर धरना शुरू कर दिया। घटना के विरोध में जिले के अनेक कस्बे और बाजार बंद हैं।
पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने यहां बताया कि कोतवाली नगर क्षेत्र में मंगलवार देर शाम दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान कुछ लोगों ने माहौल खराब करने की नीयत से मार्ग जाम कर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया था। उनके नहीं मानने पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया तो उन्होंने उस पर पथराव शुरू कर दिया। परिणामस्वरूप ड्यूटी पर तैनात पीएसी के उप सेनानायक बीबी चौरसिया समेत कई लोगों को चोटें आईं तथा एक मजिस्ट्रेट की गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हो गई। उन्होंने बताया कि इस मामले में भाजपा नेता महेश तिवारी समेत 17 व्यक्तियों को नामजद करते हुए सैंकड़ों अज्ञात लोगों के विरुद्ध शांतिभंग व बलवा का मुकदमा दर्ज कराया गया है। अब तक 17 नामजद लोगों को गिरफ्तार किया गया है। नगर में अशांति फैलाने की कोशिश करने वालों पर पुलिस की पैनी नजर है। पुलिस ने दर्जनों अराजक तत्वों को चिन्हित किया है। इनके विरुद्ध भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस बीच, कैसरगंज से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई को एकतरफा करार देते हुए आज सुबह अपने समर्थकों के साथ कोतवाली परिसर के सामने धरने पर बैठ गये। उन्होंने आरोप लगाया कि जिन लोगों ने शांतिपूर्वक दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान गुजर रहे जुलूस पर अनायास पथराव किया, पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने के बजाय जुलूस के साथ चल रहे लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करके एकतरफा कार्रवाई कर रही है।
इस घटना की खबर फैलने पर जिले के विभिन्न कस्बों व बाजारों में हिन्दूवादी संगठनों ने विरोध में बंद का आह्वान किया। संगठनों ने मुख्यालय समेत बाजारों व कस्बों में विरोध प्रदर्शन भी किया। जिला मुख्यालय समेत नवाबगंज, वजीरगंज, परसपुर, बेलसर, खरगूपुर, मनकापुर समेत कई बाजारों में अधिकांश दुकानें बंद हैं। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल तैनात हैं। प्रशासन ने नगर में धारा 144 का सख्ती से अनुपालन शुरू करवा दिया है। नगर को कई सेक्टर में विभक्त करके मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। फिलहाल जिले में तनाव की स्थिति है और प्रशासन दोनों समुदाय के लोगों से बातचीत कर समाधान खोजने में लगा है। समाचार लिखे जाने तक समस्या का समाधान नहीं हो सका है और सांसद का धरना जारी है।
इस बीच, अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने जिले में पैदा हालात के मद्देनजर असुरक्षा का हवाला देकर मंगलवार की रात चबूतरों पर ताजिया नहीं रखा। परिणामस्वरूप बुधवार को ताजिया दफन की प्रक्रिया नहीं हो सकी। पूरी रात प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी उनके मान-मनौवल में जुटे रहे, लेकिन बात नहीं बनी। जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन और पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने दोनों समुदाय के प्रबुद्ध लोगों को वार्ता के लिए आमंत्रित किया है। अधिकारियों ने अपील की है कि धार्मिक जुलूसों को परम्परागत तरीके से सम्पन्न किया जाये। प्रशासन पूरी सुरक्षा मुहैया कराएगा। उन्होंने आम लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान ना देने की अपील की है।
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