आतंकवादी तक पाक को राजनयिक पहुंच प्रदान कर सकता है भारत
भारत ने पाकिस्तान के उच्चायोग को कानूनी सहायता की मांग करने वाले लश्कर-ए-तैयबा के संदिग्ध आतंकवादी बहादुर अली का अपने हाथ से लिखा एक खत सौंपा है।
भारत ने पाकिस्तान के उच्चायोग को कानूनी सहायता की मांग करने वाले लश्कर-ए-तैयबा के संदिग्ध आतंकवादी बहादुर अली का अपने हाथ से लिखा एक खत सौंपा और कहा है कि अगर पाकिस्तान मांग करेगा तो पाकिस्तानी नागरिक को शायद कूटनीतिक पहुंच प्रदान की जा सकती है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जुलाई के आखिरी हफ्ते में एनआईए की हिरासत में रह रहे अली ने भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त को संबोधित करते हुए एक पत्र लिखा है और कानूनी सहायता का आग्रह किया है।
सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान के लाहौर के राइविंड के निवासी 21 साल के अली ने अपने गृह नगर का विस्तृत पता और एक पहचान पत्र दिया है जो यह साबित करता है कि वह पाकिस्तानी नागरिक है। उन्होंने बताया कि अगर पाकिस्तान इस तरह का कोई आग्रह करता है तो भारत संभवत: उसे कूटनीतिक पहुंच प्रदान भी कर सकता है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 25 जुलाई को तब गिरफ्तार किया था जब उत्तर कश्मीर के कुपवाड़ा के यहामा गांव के स्थानीय लोगों ने उसकी गतिविधियों की सूचना दी थी। बाद में यह मामला एनआईए को सुपुर्द कर दिया गया जो उसे यहां ले कर आया और विस्तार से उससे पूछताछ की।
पूछताछ के दौरान एनआईए ने दावा किया कि अली उर्फ सैफुल्ला ने कहा है कि खास कर सुरक्षा बलों के हाथों हिज्बुल मुजाहिदीन आतंकवादी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद लश्कर-ए-तैयबा कश्मीर में असंतोष को हवा दे रहा है। एनआईए ने बुधवार को अली के ‘इकबालिया बयान वाला वीडियो’ जारी किया जिसमें उसे असंतोष में लश्कर की भूमिका के बारे पर्दाफाश करते हुए दिखाया गया है। वह वीडियो में लश्कर के आधुनिक संचार नेटवर्क और पाकिस्तानी सेना से मिलने वाली सहायता के बारे में बताते हुए दिखता है। यह पहला मौका है जब एनआईए ने पकड़े हुए किसी आतंकवादी का वीडियो बयान दिखाया है। इससे पहले पाकिस्तान ने भारतीय खुफिया विभाग के लिए जासूसी के आरोप में मार्च में बलोचिस्तान में गिरफ्तार भारतीय नागरिक कुलभूषण यादव का वीडियो बयान जारी किया था।
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