'ISRO के वैज्ञानिकों को नहीं मिल रहा वेतन', TMC MP के दावे पर किरेन रिजिजू बोले- यह पूरी तरह से भ्रामक
पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरेन रिजिजू ने तुरंत सदन में उनके झूठे दावों की तथ्य-जांच की। उन्होंने कहा कि संसद में सदस्यों द्वारा बोला गया एक-एक बयान रिकॉर्ड का हिस्सा होता है। हमें सदन को गुमराह नहीं करना चाहिए।
तृणमूल कांग्रेस सांसद काकोली घोष दस्तीदार ने बुधवार को दावा किया कि इसरो में महिला वैज्ञानिकों को उनका वेतन नहीं मिल रहा है। उन्होंने महिला आरक्षण विधेयक पर चर्चा के दौरान लोकसभा में अपने संबोधन में यह टिप्पणी की। उन्होंने दावा किया कि आईआईटी खड़गपुर और इसरो में महिला वैज्ञानिकों को उनका वजीफा और वेतन नहीं मिल रहा है। काकोली घोष दस्तीदार ने कहा, “आईआईटी खड़गपुर में महिला शोधकर्ताओं और इसरो में महिला वैज्ञानिकों को उनका वजीफा और वेतन नहीं मिल रहा है। चंद्रयान भेजने के बाद भी उन्हें वेतन नहीं दिया जा रहा है।' इसके बाद सरकार की ओर से जवाब दिया गया है।
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पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरेन रिजिजू ने तुरंत सदन में उनके झूठे दावों की तथ्य-जांच की। उन्होंने कहा कि संसद में सदस्यों द्वारा बोला गया एक-एक बयान रिकॉर्ड का हिस्सा होता है। हमें सदन को गुमराह नहीं करना चाहिए। जब काकोली दस्तीदार ने बयान दिया, तो उन्होंने बहुत ही गंभीर आरोप लगाया जो पूरी तरह से भ्रामक था। उन्होंने कहा कि इसरो वैज्ञानिकों को नियमित वेतन नहीं मिल रहा है। बाद में केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट कर कहा कि सांसद संसद के अंदर कैसे झूठ बोल सकते हैं? इसरो वैज्ञानिकों द्वारा दिए गए कई स्पष्टीकरणों के बाद भी, कांग्रेस और टीएमसी इसरो वैज्ञानिकों के वेतन पर फर्जी खबरें फैला रहे हैं। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है! मंत्री ने कहा, ‘‘इसरो के वैज्ञानिकों ने तो यहां तक कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से उन्हें सबसे अधिक सहयोग और समर्थन मिला है।’’
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दस्तीदार ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और विभिन्न भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) में महिला वैज्ञानिकों, कर्मचारियों, प्राध्यापकों को वेतन/मानदेय का भुगतान समय पर नहीं किये जाने का सरकार पर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आईआईटी, खड़गपुर में भी महिला प्राध्यापकों और महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) की महिला‘जॉबकार्ड’ धारकों को भी भुगतान नहीं किया जा रहा। उनकी इस बात पर सदन में सत्ता पक्ष के सदस्यों ने विरोध जताया। रीजीजू ने हस्तक्षेप करते हुए इन आरोपों को निराधार करार दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि इसरो के वैज्ञानिकों और सभी कर्मचारियों को समय पर वेतन/मानदेय मिल रहे हैं तथा पूर्व कर्मचारियों को पेंशन भी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि टीएमसी सदस्य को इस तरह सदन को गुमराह नहीं करना चाहिए।
How can MP lie inside the Parliament?
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) September 20, 2023
Even after multiple clarifications given by the ISRO Scientists, Congress and TMC continue to spread fake news on pay of ISRO scientists. It is extremely unfortunate! pic.twitter.com/zVHltXXKbT
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