Madhya Pradesh: किसानों ने हरी मटर का एमएसपी तय करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया

 Farmers protest
प्रतिरूप फोटो
ANI

भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय प्रवक्ता राघवेंद्र पटेल ने रविवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि किसानों द्वारा शनिवार को किया गया विरोध-प्रदर्शन महत्वपूर्ण है, क्योंकि मध्य प्रदेश सरकार ने जबलपुर जिले के लिए ‘एक जिला एक उत्पाद योजना’ के तहत हरी मटर का चयन किया है

जबलपुर। मध्य प्रदेश में हरी मटर की खेती में शामिल किसानों ने अपनी उपज का वाजिब मूल्य न मिलने के विरोध में जबलपुर-भोपाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रदर्शन किया। उन्होंने मध्य प्रदेश सरकार से खुले बाजार में हरी मटर का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) तय करने की मांग भी की। भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय प्रवक्ता राघवेंद्र पटेल ने रविवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि किसानों द्वारा शनिवार को किया गया विरोध-प्रदर्शन महत्वपूर्ण है, क्योंकि मध्य प्रदेश सरकार ने जबलपुर जिले के लिए ‘एक जिला एक उत्पाद योजना’ के तहत हरी मटर का चयन किया है।

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उन्होंने कहा कि जिले में बड़े पैमाने पर हरी मटर उगाई जाती है और देश के कई अन्य राज्यों में इसकी आपूर्ति भी की जाती है। पटेल ने बताया, ‘‘किसान चाहते हैं कि राज्य सरकार खुले बाजार में हरी मटर के कारोबार के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य तय करे।’’ उन्होंने कहा कि जिले के किसानों की यह मांग लंबे समय से लंबित है। पटेल ने कहा कि ऐसे मानदंडों के अभाव में यदि खुले बाजार में हरी मटर का भाव कम हो जाता है तो इसका नुकसान वर्तमान में किसानों को उठाना पड़ता है। उन्होंने कहा, ‘‘स्थानीय मंडियों में वर्तमान में किसानों को हरी मटर के बदले 10 से 20 रुपये प्रति किलोग्राम कीमत मिल रही है, जो बहुत कम है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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