Parliament Diary। बजट सत्र का पहला चरण संपन्न, क्रिप्टोकरेंसी पर निर्मला सीतारमण ने स्पष्ट किया सरकार का रूख

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कार्यवाही स्थगित करने से पहले उपसभापति हरिवंश ने उच्च सदन में हुए कामकाज को लेकर सभापति एम वेंकैया नायडू और अपनी तरफ से प्रसन्नता जताई। उन्होंने कहा कि एक बार भी ऐसा मौका नहीं आया जब सदन को विवशता के कारण स्थगित करना पड़ा। उच्च सदन में निर्धारित समय से आधे घंटे अधिक कामकाज हुआ।

नयी दिल्ली। संसद में पिछले 3-4 दिनों से आम बजट पर चर्चा हुई। ऐसे में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। वहीं उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी की भी बात की। उन्होंने कहा कि मैं फिलहाल न तो देश में क्रिप्टोकरेंसी को वैध करने जा रही हूं और न ही इस पर पाबंदी लगाने जा रही हूं। क्रिप्टोकरेंसी के लेन-देन से होने वाले फायदे पर टैक्स लगाना सरकार का अधिकार है और इस पर रोक लगाने के बारे में फैसला विचार-विमर्श के आधार पर लिया जाएगा। 

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राज्यसभा की कार्यवाही

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस पर करारा हमला करते हुए दावा किया कि आज भी रिमोट कंट्रोल से संचालित होने वाली इस विपक्षी पार्टी का वास्तव में राहु काल चल रहा है जबकि सत्ताधारी भाजपा का अमृत काल चल रहा है। वित्त मंत्री ने कहा कि कांग्रेस में कोई लोकतंत्र नहीं है, क्योंकि संप्रग सरकार के शासन में राष्ट्रीय नीतियां 10, जनपथ में बनती थीं और घोषणाएं 7, लोक कल्याण मार्ग से होती थीं।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा आम बजट पर हुई चर्चा का जवाब दिए जाने के बाद 14 मार्च सुबह 10 बजे तक के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी गई। कार्यवाही स्थगित करने से पहले उपसभापति हरिवंश ने उच्च सदन में हुए कामकाज को लेकर सभापति एम वेंकैया नायडू और अपनी तरफ से प्रसन्नता जताई। उन्होंने कहा कि एक बार भी ऐसा मौका नहीं आया जब सदन को विवशता के कारण स्थगित करना पड़ा। उच्च सदन में निर्धारित समय से आधे घंटे अधिक कामकाज हुआ।

हरिवंश ने कहा कि इसका श्रेय सदन के प्रत्येक सदस्य को जाता है। उन्होंने कहा कि इसके कारण सदस्य राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग ले सके। बजट सत्र के पहले चरण में सदन में 51 तारांकित प्रश्न पूछे गए वहीं विशेष उल्लेख के जरिए करीब 50 मुद्दे एवं शून्यकाल में लोक महत्व के 71 मुद्दे उठाए गए। 

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लोकसभा की कार्यवाही

कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस, द्रमुक और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की एक टिप्पणी का विरोध करते हुए लोकसभा से वाकआउट किया। उल्लेखनीय है कि योगी आदित्यनाथ ने एक वीडियो संदेश में उत्तर प्रदेश के मतदाताओं को आगाह करते हुए दावा किया है कि अगर इस बार मतदाता चूक गए तो उत्तर प्रदेश को कश्मीर, बंगाल और केरल बनते देर नहीं लगेगी। लोकसभा की कार्यवाही आरंभ होने के साथ ही कई विपक्षी सदस्य अपने स्थान पर खड़े हो गए। कुछ सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के निकट पहुंच गए। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि वे प्रश्नकाल के बाद इस विषय को उठा सकते हैं।

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने लोकसभा में एक पूरक प्रश्न के उत्तर में जानकारी दी कि कोविड-19 महामारी से जुड़े हालात के ठीक होने के साथ ही सेना में भर्ती की प्रक्रिया आरंभ कर दी जाएगी और अधूरी भर्तियों को पूरा किया जाएगा। दरअसल, किरेन रिजिजू रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की ओर से सदन में जवाब दे रहे थे। उन्होंने बताया कि कोविड के कारण सेना की भर्ती रोकी गई है। माहौल ठीक होने के साथ ही लिखित परीक्षा और दूसरी प्रक्रियाएं आरंभ होंगी। 

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आपको बता दें कि लोकसभा में बजट सत्र के पहले चरण में 121 फीसदी कार्य हुआ। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के लिए 12 घंटे दिए गए थे, जिस पर 15 घंटे चर्चा हुई। इस दौरान 60 सदस्यों ने सदन में भाषण दिया और 60 सदस्यों ने अपने भाषण को सभा पटल पर रखा। इस चर्चा में 81 सदस्यों ने हिस्सा लिया।

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