बिहार की जनता चाहती है बदलाव, प्रशांत किशोर बोले- मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं हैं नीतीश कुमार

सीवान में आज प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार की जनता बदलाव चाहती है। वे अपने बच्चों के लिए शिक्षा और रोजगार चाहते हैं और पलायन रोकना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अब सभी को समझ आ गया है कि बिहार में विकास कार्य होने चाहिए और यहां कारखाने लगने चाहिए।
जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण के सपनों को साकार करने और बिहार में राजनीतिक और व्यवस्थागत बदलाव लाने के लिए मंगलवार को एक महत्वाकांक्षी यात्रा पर निकले है। राज्यव्यापी ‘बिहार बदलाव यात्रा’ के दौरान प्रशांत किशोर अगले 120 दिनों में बिहार के सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे और जनता से सीधा संवाद स्थापित करेंगे। वे हर दिन दो सभाओं को संबोधित करेंगे और रास्ते में ग्रामीणों से संक्षिप्त बातचीत के लिए रुकेंगे।
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सीवान में आज प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार की जनता बदलाव चाहती है। वे अपने बच्चों के लिए शिक्षा और रोजगार चाहते हैं और पलायन रोकना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अब सभी को समझ आ गया है कि बिहार में विकास कार्य होने चाहिए और यहां कारखाने लगने चाहिए। लोग लालू (यादव) और नीतीश (कुमार) से मुक्ति चाहते हैं। बिहार में अपराध की घटनाएं बढ़ रही हैं क्योंकि इसके सीएम नीतीश कुमार शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं हैं। बिहार की जनता इस बार अपने बच्चों के लिए वोट करेगी।
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अपने आंदोलन को जयप्रकाश नारायण (जेपी) की क्रांति से जोड़ते हुए उन्होंने कहा कि समाजवादी नेता ने 'संपूर्ण क्रांति' का आह्वान किया था, जिसे 50 साल हो गए हैं। लेकिन उनके आदर्शों पर चलने का दावा करने वाले लोग पिछले 35 सालों से मंच पर राज करने के बावजूद भी उनके आदर्शों पर चलने में विफल रहे हैं। बिहार आज भी देश का सबसे गरीब और पिछड़ा राज्य है, जैसा कि 1975 में था। उन्होंने कहा, "50 साल बाद लोगों को व्यवस्था बदलने, दुर्दशा से मुक्ति पाने और अपने बच्चों को और कष्ट न सहने का एक और मौका मिला है। अगर बिहार के लोग इस अवसर को चूक गए, तो उन्हें अगले पांच साल भी उन्हीं कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। यह बदलाव का निर्णायक समय है।"
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