पंजाब में वन्य अधिकारियों को दिए जाएंगे हथियार: साधु सिंह धर्मसोत

Punjab forest dept employees to get weapons, says Dharamsot
पंजाब के वन विभाग ने रेत खनन माफिया द्वारा छह अधिकारियों पर कथित हमले के बाद अपने कर्मचारियों को हथियार देने का फैसला किया है।

चंडीगढ़। पंजाब के वन विभाग ने रेत खनन माफिया द्वारा छह अधिकारियों पर कथित हमले के बाद अपने कर्मचारियों को हथियार देने का फैसला किया है। वन मंत्री साधु सिंह धर्मसोत ने आज यहां कहा, ‘हमने अपने कर्मचारियों को हथियार मुहैया कराने का फैसला किया है क्योंकि बिना हथियारों के रक्षा करना असंभव हो गया है।’ मंत्री ने कहा कि हमले के संबंध में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

मोहाली के सींक गांव के समीप सोमवार रात को अधिकारियों ने जब एक ट्रैक्टर - ट्रॉली को रोका तो पांच से छह हमलावरों ने लाठियों और धारदार हथियारों से उन पर हमला कर दिया। ब्लॉक वन क्षेत्र अधिकारी देविंदर सिंह और वन सुरक्षाकर्मी करनैल सिंह को चंडीगढ़ के पीजीआईएमईआर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने बताया कि देविंदर सिंह की हालत बेहद गंभीर है। उन्हें कई दिमागी चोटें आई हैं। 

चार अन्य लोगों को मामूली चोटें आयी हैं। मंत्री ने कहा कि वन विभाग के कर्मचारियों को हथियार मुहैया कराने का प्रस्ताव राज्य मंत्रिमंडल के सामने पेश किया जाएगा। धर्मसोत ने कहा कि इस हमले के पीछे जो भी जिम्मेदार होगा चाहे वह कांग्रेस समेत किसी भी राजनीतिक दल से ताल्लुक रखता हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा। बहरहाल, उन्होंने पूर्ववर्ती शिरोमणि अकाली दल - भाजपा सरकार पर राज्य में रेत माफिया का समर्थन करने का आरोप लगाया।

शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने मौजूदा कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि वह माफिया पर लगाम नहीं लगा रही है। बादल ने वन अधिकारियों पर हमले की आज निंदा करते हुए कहा कि यह साबित हो गया है कि राज्य में जंगल राज आ गया है। धर्मसोत ने कहा कि राज्य सरकार गंभीर रूप से घायल दो अधिकारियों में प्रत्येक को 50,000 रुपये की वित्तीय सहायता मुहैया कराएगी और अन्य चार में प्रत्येक को 21,000 रुपये देगी।

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