लाउडस्पीकर विवाद: योगी के मुरीद हुए राज ठाकरे, उद्धव पर तंज कसते हुए कहा- दुर्भाग्य से हमारे पास भोगी है

Raj Thackeray
अंकित सिंह । Apr 28 2022 11:00PM

उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में लाउडस्पीकर के खिलाफ अभियान लगातार जारी है। अब तक 20,000 से ज्यादा लाउडस्पीकरों को धार्मिक स्थलों से हटा दिया गया है जबकि 40000 से ज्यादा की आवाज को नियंत्रित कर दिया गया है।

देश में लाउडस्पीकर को लेकर विवाद अब भी जारी है। हालांकि, यह विवाद राज ठाकरे के बयान के बाद शुरू हुआ था। राज ठाकरे ने महाराष्ट्र में कहा था कि अगर मस्जिदों से लाउडस्पीकर के जरिए आजान बंद नहीं होते हैं तो हम लाउडस्पीकर के जरिए हनुमान चालीसा बजाएंगे। इसके बाद से विवाद शुरू हो गया है। पूरे देश में लाउडस्पीकर को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। कुछ पक्ष धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने का समर्थन कर रहे हैं तो कुछ विरोध कर रहे हैं। इन सबके बीच उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में लाउडस्पीकर के खिलाफ अभियान लगातार जारी है। अब तक 20,000 से ज्यादा लाउडस्पीकरों को धार्मिक स्थलों से हटा दिया गया है जबकि 40000 से ज्यादा की आवाज को नियंत्रित कर दिया गया है।

अब इसी को लेकर राज ठाकरे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जमकर तारीफ कर रहे हैं। योगी की तारीफ करते हुए राज ठाकरे ने एक ट्वीट किया। अपने ट्वीट में राज ठाकरे ने लिखा कि धार्मिक स्थलों, खासकर मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने के लिए मैं योगी सरकार को तहे दिल से बधाई देता हूं और उनका आभारी हूं। मनसे प्रमुख ने कहा कि दुर्भाग्य से महाराष्ट्र में हमारे पास कोई योगी नहीं है। हमारे पास भोगी हैं। राज ठाकरे ने महाराष्ट्र सरकार को तीन मई तक राज्य में धार्मिक स्थलों, खासकर मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने का अल्टीमेटम दिया है, जिससे राज्य में इस मुद्दे पर राजनीतिक विवाद पैदा हो गया है। 

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उत्तर प्रदेश में धार्मिक स्थलों से अनधिकृत लाउडस्पीकरों को हटाने और अन्य की आवाज़ अनुमेय सीमा के अंदर निर्धारित करने के लिए राज्यव्यापी अभियान चलाया जा रहा है। फिलहाल राज ठाकरे की मांग मानने से इनकार करते हुए, महाराष्ट्र सरकार ने गेंद को केंद्र के पाले में डाल दिया और कहा कि चूंकि लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर निर्देश उच्चतम न्यायालय से आया है, इसलिए केंद्र सरकार को इसके लिए दिशानिर्देश बनाने चाहिए। राज ठाकरे ने अतीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की थी और 2014 के लोकसभा चुनावों में प्रधानमंत्री पद के लिए उनकी उम्मीदवारी का समर्थन किया था।

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