भोपाल के इस डॉक्टर ने कोरोना से जंग लड़ने कार को ही घर बना लिया, कोरोना के खिलाफ ये है सच्चे योद्धा

doctor from Bhopal
दिनेश शुक्ल । Apr 10 2020 5:27PM

डॉक्टर सचिन नायक कोरोना पीड़ितों के बीच काम कर रहे है, इसलिये उन्होंने अपने परिवार को संक्रमण से बचाने के लिये अपनी कार को ही अपना घर बना लिया था। डॉ. सचिन नायक कहते है कि, यह क़दम ज़रूरी है क्योंकि हमें बाहर वालों के साथ ही अपने क़रीबियों को भी संक्रमण से बचाना है।

भोपाल। कोरोना संकट के इस दौर में देश सेवा में लगे लोगों को वारियर्स यानि योद्धा कहा जा रहा है। कोरोना संक्रमण के खिला लड़ रहे ऐसे लोगों डॉक्टर, पुलिसकर्मीयों, प्रशासन के लोगों और स्वमंसेवियों के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तालियाँ और थालियाँ बजवाकर उनका अभिनंदन पूरे देश से करवाया था। देश में ऐसे कई कोरोना वारियर्स है जो अपने परिवार को छोड़कर दिन रात कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे है। ऐसे ही एक चिकित्सक है भोपाल के जय प्रकाश चिकित्सालय के डॉक्टर सचिन नायक जो पिछले एक सप्ताह से अस्पताल परिसर में ही अपने परिवार से दूर रहकर कोरोना पीडितों की सेवा में जुटे है। उन्होनें अस्पताल परिसर में अपनी कार को आशियाना बना लिया है। जिसकी तारीफ खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की है। 

 

डॉक्टर सचिन नायक कोरोना पीड़ितों के बीच काम कर रहे है, इसलिये उन्होंने अपने परिवार को संक्रमण से बचाने के लिये अपनी कार को ही अपना घर बना लिया था। डॉ. सचिन नायक कहते है कि, "यह क़दम ज़रूरी है क्योंकि हमें बाहर वालों के साथ ही अपने क़रीबियों को भी संक्रमण से बचाना है।" हालांकि, प्रशासन ने सचिन नायक के लिये अब होटल में व्यवस्था करा दी है ताकि वो आराम से काम के बाद वहां रह सकें। सचिन नायक ने यह सब अपनी मां, पत्नी और बच्चे को बचाने के लिये किया है। डॉक्टर सचिन नायक पिछले एक हफ़्ते से अपनी गाड़ी में ही घर बनाकर रह रहे थे। इस गाड़ी में उन्होंने ज़रूरत के सभी सामान को रख लिया था, जिसमें उनके लैपटॉप के साथ ही किताबें भी थीं। ताकि वो अपने काम से फ़ुर्सत पाकर वक़्त मिलने पर पढ़ सकें। डॉक्टर सचिन नायक वीडियो कॉल के ज़रिये अपने परिवार से बातचीत करते रहते हैं।

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वहीं, डॉक्टर नायक पहली बार सात दिन की ड्यूटी के बाद अपने घर पर बुधवार को पहुंचे थे। इस दौरान वो अपनी पत्नी और मां से गेट के बाहर से ही मिलकर वापस आ गये। उन्होंने अपनी मां को ज़रूर यह कहा कि ''चिंता मत करो, मैं जल्दी ही घर वापस आऊंगा।'' इस दौरान घर से उन्होंने एक गिलास पानी भी पिया जिसमें उन्होंने और उनके परिवार ने पूरी सावधानी बरती ताकि किसी भी तरह का संक्रमण न फैले। इसके बाद डॉ.सचिन नायक ने परिवार से खाने का टिफिन लिया और घर से वापस अस्पताल चले गये। डॉक्टर नायक का मानना है, "यह लड़ाई लंबी ज़रूर है लेकिन इसे आसानी से सब मिल जुलकर जीत लेंगे।" इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने डॉक्टर नायक की फोटो ट्वीटर पर शेयर करते हुये लिखा कि, "इन योद्धाओं से हम कोरोना से जंग जीतेंगे।" शिवराज सिंह चौहान लगातार अपने ट्विटर हैंडल से प्रदेश के ऐसे महानायकों का हौसला बढ़ा रहे हैं। वही भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी डॉक्टर सचिन नायक की फोटो शेयर करते हुए उनकी तारीफ की थी।

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डॉक्टर सचिन नायक से पहले मुख्यमंत्री ने भोपाल के पूर्व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर सुधीर डेहरिया की भी एक तस्वीर को शेयर किया था। जिसमें वो अपने घर के बाहर बैठ कर चाय पी रहे हैं। डॉ. सुधीर डेहरिया की इस तस्वीर को देश भर में काफ़ी शेयर किया गया था। जिसमें वो पाँच दिन बाद अपने घर पर पहुँचे थे। और घर के बाहर बैठ कर चाय पीते दिखे थे। इस तस्वीर में डॉ. डेहरिया की पत्नी और उनके बच्चे भी उनसे दूर खड़े नज़र आ रहे हैं। उनका परिवार कोरोना वायरस के दौरान की जाने वाली सोशल डिस्टेंसिग का पालन करता दिखा था। उस तस्वीर के ज़रिये उन्होंने यह बताने की कोशिश की थी कोरोना वायरस के चलते किसी तरह से डॉक्टर लगातार अपनी ड्यूटी कर रहे है और समाज की सेवा में तत्पर्य हैं। डॉ. सुधीर डेहरिया का तबादला अब सिहोर जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी है। 

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इन्ही कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे चिकित्सकों में से एक इंदौर के डॉ. शत्रुघ्न पंजवानी की मौत की खबर गुरूवार को आई। वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे। इंदौर के सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जड़िया ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि डॉ शत्रुघ्न पंजवानी पिछले दिनों कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे और उनका उपचार चल रहा था। कोरोना संक्रमण की वजह से उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी, जसके चलते गुरुवार सुबह उनकी मौत हो गई। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण की वजह से किसी डॉक्टर की मौत पहली बार हुई है। हालांकि कोरोना पॉजिटिव कई डाक्टर पाये गये है। इस मौत के बाद प्रशासन ज्यादा सर्तक हो गया है। प्रशासन ने डॉक्टर और नर्सिंग स्टॉफों को ज्यादा सावधानी बरतने की हिदायत  भी दी है।  

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हालंकि देश में जारी कोरोना संकट के दौरान हर जगह से अच्छी बुरी सभी तरह की ख़बरें आ रही हैं। लेकिन स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने वाले किस तरह से अपना सब कुछ छोड़ कर लोगों की सेवा में जुटे हुये है। यह भोपाल के डॉ. सचिन नायक और डॉ सुधीर डेहरिया जैसे कोरोना वारियर्स की कहानीयों से पता चलता है। ये डॉक्टर सोशल मीडिया और समाचार पत्र की सुर्खियां तो बन ही रहे है, साथ ही उनके अपने परिवार से दूर रहकर देश सेवा के जज्बे को भी लोगों के सामने ला रही है। 

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