अब तक जब्त किए गए 82,000 किलो ड्रग्स को किया गया भस्म, अमित शाह बोले- समाज को तबाह कर देता है मादक पदार्थ

Amit Shah
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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आतंकी हमले का असर सीमित होता है लेकिन ड्रग्स समाज को तबाह कर देता है। साथ ही उन्होंने कहा कि ड्रग्स से जो गंदा पैसा आता है, वो देश विरोध काम में लगता है, हमको इसे रोकना है।

चंडीगढ़। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को चंडीगढ़ में मादक पदार्थो की तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत की। इस दौरान अमित शाह द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की गई निगरानी में 4 स्थानों पर 30,000 किलोग्राम से अधिक जब्त किए गए ड्रग्स को नष्ट किया गया।

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अमित शाह ने बताया कि हमने 75,000 किलोग्राम ड्रग्स को नष्ट करने का संकल्प लिया है। केंद्रीय गृह मंत्री ने एनसीबी द्वारा जब्त किए गए ड्रग्स को नष्ट करने के दृश्य ट्वीट करते हुए बताया कि अमृत महोत्सव मनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर हमने लगभग 75000 किलो ड्रग्स को नष्ट करने का संकल्प लिया। यह बताते हुए खुशी हो रही है कि आज तक हमने 82,000 किलोग्राम ड्रग्स को भस्म किया है और 15 अगस्त तक एक लाख किलोग्राम तक पहुंच जाएंगे।

चंडीगढ़ में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि आतंकी हमले का असर सीमित होता है लेकिन ड्रग्स समाज को तबाह कर देता है। साथ ही उन्होंने कहा कि ड्रग्स से जो गंदा पैसा आता है, वो देश विरोध काम में लगता है, हमको इसे रोकना है। 2006 से 2013 तक 768 करोड़ रूपए की मूल्य का ड्रग्स पकड़ा गया था। लेकिन 2014 से लेकर 2020 के बीच में 20,000 करोड़ रुपए की मूल्य का ड्रग्स पकड़कर इसे नष्ट करने का काम भारत सरकार कर रही है। यह बताता है कि हमारा अभियान और हमारा रास्त सही है। जरूरत है कि रास्ते में अभी भी जो लूप होल्स है उसे समाप्त करने की। गृह मंत्रालय इस दिशा में बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है।

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उन्होंने कहा कि यह सेमिनार बहुत महत्वपूर्ण है। इस विषय को लेकर भारत सरकार की गंभीरता को हम राज्य से जिला, जिला से तहसील, तहसील से गांव तक पहुंचाना चाहते हैं। इसलिए हमने इस सेमिनार को 5 राज्यों का सेमिनार बनाया है। उन्होंने कहा कि देश में दो क्षेत्र ऐसे हैं- नॉर्थ ईस्ट और उत्तरी हिस्सा, जहां के बॉर्डर से ड्रग्स आता है। ऐसे में इन राज्यों का युवा सबसे पहले ड्रग्स की चपेट में आएंगे। ऐसे में इस लड़ाई में राज्यों को साथ लाना और नई ऊर्जा के साथ लड़ना बहुत महत्वपूर्ण है। एनसीबी के साथ जो एजेंसियां काम कर रही हैं, उनके बीच में समन्वय स्थापित करना जरूरत है।

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