Himachal Pradesh की 68 सीटों पर शनिवार को डाले जाएंगे वोट, इतिहास बदलने पर भाजपा का जोर, कांग्रेस को पुरानी परंपरा पर भरोसा

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ANI
अंकित सिंह । Nov 11 2022 9:19PM

हिमाचल प्रदेश में हर 5 साल में सत्ता परिवर्तन होता रहा है। 5 साल कांग्रेस की सरकार रहती है तो 5 साल भाजपा की। हालांकि, भाजपा का दावा है कि इस बार हिमाचल प्रदेश में यह पुराना रिवाज बदलेगा। तो वहीं कांग्रेस से इस परंपरा पर पूरी तरीके से भरोसा कर रही है।

हिमाचल प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों पर शनिवार को मतदान होगा। हिमाचल प्रदेश में एक ही चरण में वोट डाले जा रहे हैं। हिमाचल प्रदेश में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। हालांकि, आम आदमी पार्टी के चुनावी मैदान में उतरने से यहां मुकाबला दिलचस्प होता दिखाई दे रहा है। भाजपा एक बार फिर से चुनावी सफलता को राज्य में दोहराने की कोशिश करेगी। वहीं, कांग्रेस हिमाचल प्रदेश से जोरदार वापसी की उम्मीद कर रही है। हिमाचल प्रदेश के 55 लाख से अधिक मतदाता 412 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला ईवीएम में बंद करेंगे। इनमें मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह और पूर्व भाजपा प्रमुख सतपाल सिंह सत्ती भी शामिल हैं। भाजपा जहां विकास के अपने एजेंडे पर सवार होकर चुनावी सफलता दोहराने की उम्मीद में हैं। वहीं, कांग्रेस मतदाताओं से निवर्तमान सरकार को सत्ता से बेदखल करने की बार-बार अपील कर रही है। 

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हिमाचल प्रदेश में हर 5 साल में सत्ता परिवर्तन होता रहा है। 5 साल कांग्रेस की सरकार रहती है तो 5 साल भाजपा की। हालांकि, भाजपा का दावा है कि इस बार हिमाचल प्रदेश में यह पुराना रिवाज बदलेगा। तो वहीं कांग्रेस से इस परंपरा पर पूरी तरीके से भरोसा कर रही है। कांग्रेस को उम्मीद है कि हिमाचल प्रदेश की जनता उसे चुनेगी। हिमाचल प्रदेश में भी कांग्रेस की ओर से पुरानी पेंशन योजना के साथ-साथ रोजगार का मुद्दा उठाया गया। तो वहीं भाजपा डबल इंजन की सरकार और विकास के मुद्दे को लेकर आगे बढ़ी। भाजपा की चुनावी रैलियों में वंदे भारत ट्रेन, राम मंदिर, धारा 370, राज्य में अच्छी हुई सड़कें और एम्स का खूब जिक्र हुआ। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अग्रिम मोर्चे पर प्रचार अभियान की कमान संभाली और कहा कि भाजपा के चिन्ह कमल के लिए पड़ने वाला प्रत्येक वोट उनकी क्षमता को बढ़ाएगा। भाजपा के लिए मोदी के अलावा जेपी नड्डा, अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राजनाथ सिंह ने भी चुनावी सभा को संबोधित किया। 

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कांग्रेस की कमान मुख्यत प्रियंका गांधी ने संभाला। इसके अलावा मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी पार्टी के पक्ष में प्रचार किया। हालांकि, राहुल गांधी हिमाचल प्रदेश चुनाव से पूरी तरीके से दूर रहें। कांग्रेस हिमाचल प्रदेश में चुनावी जीत दर्ज कर हार के तिलिस्म को तोड़ना चाहेगी। 2021 में पश्चिम बंगाल, केरल, असम, पुडुचेरी और 2022 में पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर समेत उसे 9 राज्यों में पिछले 2 सालों में हार का सामना करना पड़ा है। हिमाचल प्रदेश में शनिवार को होने जा रहे विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के करीब 90 प्रतिशत उम्मीदवार करोड़पति हैं, जबकि सत्ताधारी भाजपा के करोड़पति उम्मीदवारों की संख्या 82 प्रतिशत है। कांग्रेस के 61 और भाजपा के 56 उम्मीदवार करोड़पति हैं। 67 सीट पर उम्मीदवार खड़ा करने वाली आम आदमी पार्टी (आप) के 52 प्रतिशत उम्मीदवार (35) करोड़पति हैं। 

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