गोवा के 750 कारसेवकों में शामिल सुभाष सालकर की इच्छा, मरने से पहले एक बार जाना चाहते हैं अयोध्या

ayodhya

भाजपा के वयोवृद्ध नेता सुभाष सालकर ने कहा, ‘‘अगर कोविड-19 की पाबंदियां नहीं होतीं तो मैं निश्चित रूप से अयोध्या जाकर समारोह देखता।’’

पणजी। सेवानिवृत्त शिक्षक और भाजपा के वयोवृद्ध नेता सुभाष सालकर ने कहा कि वह मरने से पहले कम से कम एक बार अयोध्या जाना चाहेंगे। सालकर छह दिसंबर, 1992 को बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराये जाने वाले दिन अयोध्या में मौजूद थे। वह गोवा से गये करीब 750 कारसेवकों में शामिल थे। सालकर (71) याद करते हैं कि उस समूह में केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपद नाइक और पूर्व रक्षा मंत्री दिवंगत मनोहर पर्रिकर भी शामिल थे। सालकर ने कहा, ‘‘अगर कोविड-19 की पाबंदियां नहीं होतीं तो मैं निश्चित रूप से अयोध्या जाकर समारोह देखता।’’ 

इसे भी पढ़ें: राम मंदिर निर्माण के शिलान्यास पर बोले अमित शाह, एक नए युग की हुई शुरुआत 

उन्होंने बताया, ‘‘हम 1992 में सात दिन तक वहां रुके थे। मुझे याद है कि एक दिन पर्रिकर समेत हम सभी लालकृष्ण आडवाणी, साध्वी रितंभरा और अन्य के भाषण सुनकर एक पंडाल में सोये थे।’’ गोवा में भाजपा की कोर टीम का हिस्सा रहे सालकर ने उक्त घटना के दो साल बाद 1994 में राज्य विधानसभा में चार सीटें जीतने के साथ भाजपा की उपस्थिति दर्ज होते देखी थी।

इसे भी देखें: भव्य और दिव्य माहौल में PM Modi ने Ram Mandir निर्माण के लिए आधारशिला रखी 

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़