पार्टी में उनका क्या पद है, वे कौन हैं? शशि थरूर ने अपने कांग्रेस सहयोगी मुरलीधरन पर किया पलटवार

कांग्रेस सांसद ने कहा कि ऐसा कहने वालों के पास भी अपने बयान का आधार होना चाहिए। जब तक कोई ठोस आधार न हो, जवाब देने की कोई ज़रूरत नहीं है। शशि थरूर ने संवाददाताओं से कहा कि मुझसे दूसरों के व्यवहार के बारे में बताने के लिए मत कहिए। आप उनसे उनके व्यवहार के बारे में बात कीजिए।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने मंगलवार को अपने पार्टी सहयोगी के. मुरलीधरन पर उनके 'थरूर को पार्टी कार्यक्रमों में आमंत्रित नहीं किया जाता' वाले बयान को लेकर पलटवार किया और उनके दावे के आधार पर सवाल उठाए। थरूर ने पार्टी में मुरलीधरन की स्थिति पर भी सवाल उठाया कि उन्होंने उनके खिलाफ ऐसी टिप्पणी क्यों की और इसके लिए एक वैध आधार की मांग की। मुरलीधरन की टिप्पणी पर एक सवाल का जवाब देते हुए थरूर ने पूछा, "पहले मुझे बताइए, इस दावे का आधार क्या है?" उन्होंने पूछा कि जो लोग ऐसी बातें कह रहे हैं, पार्टी में उनका क्या पद है? वे कौन हैं?
इसे भी पढ़ें: केरल कांग्रेस में शशि थरूर को लेकर खलबली, तिरुवनंतपुरम सांसद को दे दी गई खुली चेतावनी
कांग्रेस सांसद ने कहा कि ऐसा कहने वालों के पास भी अपने बयान का आधार होना चाहिए। जब तक कोई ठोस आधार न हो, जवाब देने की कोई ज़रूरत नहीं है। शशि थरूर ने संवाददाताओं से कहा कि मुझसे दूसरों के व्यवहार के बारे में बताने के लिए मत कहिए। आप उनसे उनके व्यवहार के बारे में बात कीजिए। मैं सिर्फ़ अपने व्यवहार के बारे में ही बात कर सकता हूँ। रविवार को, वरिष्ठ कांग्रेस नेता के. मुरलीधरन ने कहा कि जब तक थरूर राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर अपना रुख नहीं बदलते, उन्हें राज्य की राजधानी में किसी भी पार्टी कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया जाएगा।
इसे भी पढ़ें: Shashi Tharoor vs Kerala Congress | के मुरलीधरन के कटाक्ष से दरार और गहरी, अब सामने आ गयी कांग्रेस और शशि थरूर के बीच की दुश्मनी
मुरलीधरन ने कहा कि कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्य थरूर को अब "हम में से एक" नहीं माना जाता। उन्होंने कहा कि पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व तय करेगा कि कांग्रेस सांसद के खिलाफ क्या कार्रवाई की जानी चाहिए। मुरलीधरन ने कहा, "जब तक वह (थरूर) अपना रुख नहीं बदलते, हम उन्हें तिरुवनंतपुरम में आयोजित किसी भी पार्टी कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं करेंगे। वह हमारे साथ नहीं हैं, इसलिए उनके किसी कार्यक्रम का बहिष्कार करने का सवाल ही नहीं उठता।" वह पत्रकारों द्वारा पूछे गए उस सवाल का जवाब दे रहे थे जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर थरूर के अपने रुख पर अड़े रहने के बारे में उनकी राय मांगी गई थी।
अन्य न्यूज़












