Jan Gan Man: Love Jihad की सफलता की दर सबसे ज्यादा क्यों है? रुद्राक्ष व कलावे का उपयोग कर कैसे हो रहा छलावा? सतर्क रहने के लिए क्या करें?

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ANI

लव जिहाद के चलते हिंदू लड़कियों की हत्या होने के बाद हम विरोध स्वरूप सड़क जाम करने, कैंडिल मार्च निकालने, ट्विटर पर उस हत्या को ट्रेंड कराने, फेसबुक पर पोस्ट लिखने और आरोपी को फांसी की मांग करने में देरी नहीं करते लेकिन इस सबसे ये लव जिहाद नहीं रुकेगा।

साक्षी, श्रद्धा, नीतू, नेहा, सीमा, वर्षा, निधि, उमा और ऐसे ही कई नाम आप जो इस सूची में देख रहे हैं वह दर्शा रहे हैं कि कैसे लव जिहाद के चक्कर में फंसाकर मुस्लिम लड़कों ने हिंदू लड़कियों को मार डाला। अपनी बात को साबित करने के लिए हम आपको यहां मृतकाओं के नामों के अलावा उनके हत्यारों के नाम, हत्या की तिथि तो दर्शा ही रहे हैं। साथ ही इन हत्याओं से संबंधित खबर आपको कहां मिलेंगी यह लिंक भी प्रदान कर रहे हैं ताकि आप जान सकें कि लव जिहाद इस देश की एक बड़ी समस्या के रूप में परिवर्तित हो चुका है। यह सूची हम आपको इसलिए दिखा रहे हैं ताकि आपको पता लग सके कि द केरल स्टोरी में जो दिखाया गया है वह गलत नहीं है। यह सूची हम आपको इसलिए दिखा रहे हैं ताकि आप जान सकें कि हिंदू बच्चियां आज कितने बड़े खतरे का सामना कर रही हैं।

लव जिहाद के चलते हिंदू लड़कियों की हत्या होने के बाद हम विरोध स्वरूप सड़क जाम करने, कैंडिल मार्च निकालने, ट्विटर पर उस हत्या को ट्रेंड कराने, फेसबुक पर पोस्ट लिखने और आरोपी को फांसी की मांग करने में देरी नहीं करते लेकिन इस सबसे ये लव जिहाद नहीं रुकेगा। लव जिहाद तभी रुकेगा जब इस संबंध में सख्त और प्रभावी कानून बनेगा। लव जिहाद तभी रुकेगा जब समान शिक्षा और समान नागरिक संहिता लागू होगी। लव जिहाद तब रुकेगा जब नेता तुष्टिकरण की राजनीति करना बंद करेंगे। आज पूरा देश साक्षी के निर्मम हत्याकांड से दहला हुआ है उससे भी ज्यादा भय इस बात का है कि कल को कोई और हिंदू लड़की लव जिहाद की शिकार बनेगी तब भी देश टीवी या सोशल मीडिया पर खबर देखकर उस पर अपनी प्रतिक्रिया जताने के अलावा और कुछ नहीं कर पा रहा होगा। हम विश्व की बड़ी शक्तियों में से एक होने का जब दावा करते हैं तो क्यों नहीं बहुसंख्यक वर्ग की लड़कियों को सुरक्षा प्रदान कर पा रहे हैं?

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देखा जाये तो जिहाद तमाम तरह के होते हैं। कोई देश की सुरक्षा के खिलाफ जिहाद छेड़ता है तो कोई सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुँचाने के लिए जिहाद छेड़ता है तो कोई भूमि जिहाद के तहत अतिक्रमण करके एक धर्म विशेष के ढांचे वहां खड़ा कर देता है तो कोई सोशल मीडिया पर अफवाहें या नकारात्मक विचार के प्रसार का जिहाद छेड़ता है। ऐसे ही कई प्रकार के जिहादों में से एक है लव जिहाद, जिसकी सफलता की दर भारत में आजकल बाकी जिहादों में सबसे ज्यादा है। लव जिहाद के जरिये हिंदू लड़कियों को फंसाया जाता है और फिर उनके जीवन को बर्बाद किया जाता है।

तमाम समाचार दर्शाते हैं कि लव जिहाद में फंस कर कई हिंदू लड़कियां अपनी जान गंवा चुकी हैं तो अनेक युवतियां नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। यहां सवाल यह भी उठता है कि पढ़ी-लिखी हिंदू लड़कियों का ब्रेन वॉश करने में लव जिहादी सफल कैसे हो जाते हैं? सवाल यह भी उठता है कि मुस्लिम युवक अपना धर्म और नाम छिपाकर हिन्दू युवतियों को बड़ी आसानी से कैसे अपने प्रेम जाल में फंसा लते हैं? क्या इसके लिए उन्हें कोई विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है? अभी साक्षी मामले में भी आरोपी साहिल जिस तरह कलाई पर कलावा बांधे था और रुद्राक्ष पहने हुए उसके फोटो भी सामने आये हैं वह दर्शाते हैं कि लव जिहाद के रास्ते पर चल रहे लोग पूरी तैयारी के साथ अपने मिशन पर लगते हैं। इसलिए अब समय आ गया है कि सरकार इस खतरे की गंभीरता को समझे और सख्त कानून बनाये। साथ ही हर माता-पिता को भी चाहिए कि वह अपनी बच्चियों के साथ मित्रवत व्यवहार रखें और उनके दोस्तों के बारे में पूरी जानकारी रखें जिससे कि उनकी बच्ची को कोई बहला फुसला नहीं सके। इसके अलावा समाज को भी चाहिए कि यदि उसकी निगाह में कोई संदिग्ध मामला दिखे तो वह पुलिस को अथवा उस बच्ची के परिवार को सूचित करें ताकि किसी और लड़की का जीवन खतरे में नहीं पड़े।

बहरहाल, साक्षी मामला सामने आने के बाद से लव जिहाद की समस्या को लेकर हर कोई अपने विचार प्रकट कर रहा है और समाज को जागरूक कर रहा है। इसी कड़ी में बच्चियों को सीख देने के लिए भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने सोशल मीडिया पर जो वीडियो पोस्ट किया है उसे सभी को देखना चाहिए। इसमें उन्होंने बताया है कि अगर नाम झूठा बताता है तो प्यार नहीं जिहाद है, अगर पहचान झूठी बताता है तो प्यार नहीं जिहाद है, अगर नक़ली कलावा बांधकर आता है तो प्यार नहीं जिहाद है, अगर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डालता है तो प्यार नहीं जिहाद है। उन्होंने समाज से अपील भी की है कि एक बिटिया को लव जिहाद के ज़हर से बचाना मतलब एक हज़ार कन्याओं के पूजन के बराबर पुण्य कमाना है।

वहीं अगर साक्षी हत्याकांड पर बागेश्वर धाम सरकार के नाम से मशहूर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बयान की बात करें तो उन्होंने भी इसे बहुत दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए समाज को जागरूक होने के लिए कहा है। उन्होंने कहा है कि लोग हमसे कहते हैं कि आप कट्टरवादी हैं। आप दंगाईयों जैसी बात करते हैं। लेकिन अपनी बहनों का जब हम यह हाल देखते हैं तो शायद इस दुनिया का कोई भाई होगा जिसका खून ना खौले।  उन्होंने सरकार से इस मुद्दे पर कड़ा कानून बनाने की मांग भी की है।

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