भुवनेश्वर में महिलाओं ने सशस्त्र बलों के सम्मान में सिंदूर यात्रा निकाली

 Sindoor Yatra
ANI

माझी ने कहा, ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक नाम नहीं है, यह भारतीय सेना के साहस और महिलाओं के प्रति हमारे सम्मान का अनूठा संगम है। हम इस पदयात्रा के जरिए अपने बहादुर सैनिकों को याद कर रहे हैं।

भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का जश्न मनाने के लिए भुवनेश्वर में शुक्रवार शाम सैकड़ों महिलाओं ने सिंदूर यात्रा निकाली। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने भी इसमें भाग लिया।

हाथों में राष्ट्रीय ध्वज और ऑपरेशन सिंदूर की प्रशंसा करते वाली तख्तियां थामे प्रतिभागियों ने यहां आरडी महिला विश्वविद्यालय तक मार्च किया। इनमें छात्राएं, एनसीसी कैडेट और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता शामिल थीं।

उपमुख्यमंत्री पार्वती परिदा, विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी, विकास आयुक्त अनु गर्ग और पहलगाम आतंकवादी हमले में जान गंवाने वाले प्रशांत कुमार सत्पथी की पत्नी प्रियदर्शिनी आचार्य ने भी जुलूस में भाग लिया।

माझी ने कहा, ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक नाम नहीं है, यह भारतीय सेना के साहस और महिलाओं के प्रति हमारे सम्मान का अनूठा संगम है। हम इस पदयात्रा के जरिए अपने बहादुर सैनिकों को याद कर रहे हैं।

परिदा ने कहा, उनके सिंदूर मिटाने के बाद आतंकवादियों ने महिलाओं से कहा कि वे जाकर मोदी को बताएं। एक सगे पिता या भाई की तरह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पाकिस्तान को जवाब दिया है और अब उन्हें सिंदूर की कीमत का पता चल गया है।

इससे पहले दिन में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, उपमुख्यमंत्री के वी सिंह देव और पंचायती राज मंत्री रविनारायण नाइक ने संबलपुर शहर में तिरंगा रैली में भाग लिया। प्रधान ने कहा, आज दुनिया ने भारत की सैन्य ताकत को देखा है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की वैश्विक छवि को फिर से परिभाषित किया है। भुवनेश्वर और संबलपुर के अलावा ओडिशा में विभिन्न स्थानों पर ऐसे जुलूस और तिरंगा यात्राएं आयोजित की गईं।

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