डे-नाइट टेस्ट को भारत के सभी हिस्सों में ले जाने की जरूरत: सौरव गांगुली
कोहली ने भी इस कदम का स्वागत किया लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि कभी कभी दिन-रात्रि टेस्ट ठीक है लेकिन इन्हें नियमित नहीं होना चाहिए। गांगुली ने कहा कि वह जल्द ही मैच के बारे में कोहली के विचार जानने के लिये उनसे बात करेंगे और इसे हर बार कोलकाता में ही नहीं कराया जा सकता।
कोलकाता। ईडन गार्डन्स पर पहले दिन-रात्रि टेस्ट में अपार सफलता के बाद बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने रविवार को वादा किया कि वह गुलाबी गेंद के खेल को देश के सभी हिस्सों में ले जायेंगे। गांगुली गुलाबी गेंद के टेस्ट को भारत में लेकर आये जो चार साल पूर्व सबसे पहले खेला गया था। उन्होंने कहा कि मैं रिलैक्स हूं, राहत महसूस कर रहा हूं और खुश हूं। हम टेस्ट क्रिकेट में यह करना चाहते थे। यह काफी अहम है। लोग टेस्ट क्रिकेट देखने नहीं आ रहे थे।
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हमने इस टेस्ट से पहले काफी चीजें (प्रमोशन) कीं। इसके सारे टिकट बिक गये थे, यहां तक कि आज भी जबकि खेल के जल्दी खत्म होने की उम्मीद थी। उन्होंने स्टार स्पोर्ट्स से कहा कि मुझे 2001 टेस्ट (भारत और आस्ट्रेलिया के बीच) याद है। इस स्टेडियम में 100,000 से ज्यादा लोग थे और आप नहीं चाहते कि जब कोहली, रोहित या इशांत जैसे चैम्पियन खेलें तो स्टैंड खाली पड़े हों। इसलिये मैं इसे देखकर काफी खुश हूं।
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कोहली ने भी इस कदम का स्वागत किया लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि कभी कभी दिन-रात्रि टेस्ट ठीक है लेकिन इन्हें नियमित नहीं होना चाहिए। गांगुली ने कहा कि वह जल्द ही मैच के बारे में कोहली के विचार जानने के लिये उनसे बात करेंगे और इसे हर बार कोलकाता में ही नहीं कराया जा सकता। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि यह देश के अन्य हिस्सों में भी आयोजित होगा और मुझे पूरा भरोसा है कि ऐसा होगा। इससे टेस्ट क्रिकेट फिर से दर्शकों से खचाखच भरे स्टेडियम में खेला जाएगा।
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