माइकल क्लार्क ने माना, सचिन तेंदुलकर को आउट करना था सबसे मुश्किल काम

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पूर्व आस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने कहा कि तेंदुलकर को आउट करना मुश्किल था और उनकी तकनीक में कोई खामी नहीं थी। क्लार्क ने ‘बिग स्पोर्ट्स ब्रेकफास्ट’ रेडियो शो में कहा, ‘‘ मैंने जितने बल्लेबाज देखे उनमें संभवत: वह (तेंदुलकर)तकनीकी तौर पर सर्वश्रेष्ठ थे।

मेलबर्न। पूर्व आस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क का मानना है कि विराट कोहली की बड़े शतक जमाने के प्रति दृढ इच्छा सचिन तेंदुलकर जैसी है, जो अपने जमाने के सबसे संपूर्ण बल्लेबाज थे। क्लार्क ने कहा कि उन्हें याद नहीं आता कि जब वह खेला करते थे तब तेंदुलकर की तरह कोई दूसरा संपूर्ण बल्लेबाज था। उन्होंने कहा कि तेंदुलकर को आउट करना मुश्किल था और उनकी तकनीक में कोई खामी नहीं थी। क्लार्क ने ‘बिग स्पोर्ट्स ब्रेकफास्ट’ रेडियो शो में कहा, ‘‘ मैंने जितने बल्लेबाज देखे उनमें संभवत: वह (तेंदुलकर)तकनीकी तौर पर सर्वश्रेष्ठ थे। उन्हें आउट करना बहुत मुश्किल था। उनकी कोई कमजोरी नहीं थी। आप केवल उम्मीद कर सकते थे कि वह गलती करें।’’

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इसके बाद उन्होंने भारतीय टीम के वर्तमान कप्तान कोहली की भी जमकर तारीफ की ओर उन्हें वर्तमान समय में सभी प्रारूपों का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज करार दिया। क्लार्क ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि अभी वह सभी तीनों प्रारूपों में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज है। उनका वनडे और टी20 का रिकार्ड बेमिसाल है और उन्हेंटेस्ट क्रिकेट में भी दबदबा बनाने का तरीका पता चल गया है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘कोहली और तेंदुलकर में एक समानता है। दोनों को बड़े शतक बनाना पसंद रहा है। ’’ तेंदुलकर दुनिया के एकमात्र क्रिकेटर हैं जिन्होंने 200 टेस्ट खेले और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक लगाये हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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