रेसलिंग क्या है? जानें इस खेल के नियम और इतिहास, ओलंपिक में भारत को मेडल की आस

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Kusum । Jan 18 2024 8:24PM

पेहली बार 1900 में कुश्ती ओलंपिक खेलों में पैरिस, फ्रांस में शामिल हुई। इस वर्ष में कुश्ती को ओलंपिक कार्यक्रम में स्थान मिला था, लेकिन इस वक्त कुश्ती केवल पुरुषों के लिए थी। महिलाएं कुश्ती में शामिल होने का आरंभ 2004 में हुआ था, जब आथेंस, ग्रीस में महिलाओं के लिए कुश्ती को शामिल किया गया।

रेसलिंग या कुश्ती एक ऐसा खेल है जिसमें दो पहलवान एक मुकाबले का हिस्सा होते हैं जहां वे अपने प्रतिद्वंद्वी को चित्त करने का प्रयास करते हैं। कंधों को जमीन पर फेंकने या पकड़ने के उद्देश्य से जुड़ते हैं या हाथापाई करते हैं, या फिर मैच के दौरान उन्हें आउट कर देते हैं। 

ओलंपिक में कुश्ती के दो रूप होते हैं,- फ्रीस्टाइल और ग्रीको-रोमन। कुश्ती के दोनों प्रारूपों के नियम लगभग समान हैं, लेकिन फर्क बस इतना है कि ग्रीको-रोमन में एक पहलवान अपने प्रतिद्वंद्वी के कमर के नीचे अटैक नहीं कर सकता या होल्ड करने के लिए अपने पैरों का इस्तेमाल नहीं कर सकता है। 

एथलेटिक्स के संभावित अपवाद के साथ, कुश्ती को दुनिया के सबसे पुराने प्रतिस्पर्धी खेल के रूप में जाना जाता है। 

कुश्ती का इतिहास

फ्रांस और प्राचीन मिस्त्र में पहलवानों के 3 हजार ईसा पूर्व के गुफा चित्र पाए गए हैं। प्राचीन यूनानियों के द्वारा इस खेल का इस्तेमाल सैनिकों को अपने हाथों का इस्तेमाल कर दुश्मनों से लड़ने के लिए प्रशिक्षित करने के तरीके के रूप में किया जाता था। इसके अंदर की कुछ कमियों को खत्म करने के इरादे से प्राचीन रोमनों ने इस खेल को अपनाया और इसे विकसित किया। 

कुश्ती के नियम

कुश्ती, जिसे पहलवानी भी कहा जाता है, एक प्राचीन भारतीय खेल है जिसमें दो पहलवान आमने-सामने मिलते हैं और एक दूसरे को बाहों और जांघों को पकड़कर पृष्ठभूमि पर गिराने का प्रयास करते हैं। यहां कुछ कुश्ती के नियम हैं:


आगे-पीछे करना: पहलवानों को आमने-सामने खड़े होकर एक दूसरे के साथ आगे-पीछे करना होता है।

ग्रीक का रोमन और फ्रीस्टाइल: कुश्ती को ग्रीक का रोमन और फ्रीस्टाइल दो प्रमुख शैलियों में बाँटा गया है। ग्रीक का रोमन में पहलवानों को उनके ऊपरी शरीर को छूने वाले प्रहारों की अनुमति होती है, जबकि फ्रीस्टाइल में ऐसी कोई बाधा नहीं होती।

मैच की अवधि: कुश्ती के मैच की अवधि स्थानीय निर्णय के आधार पर होती है, लेकिन आमतौर पर ग्रीक का रोमन मैचों की अवधि 3 मिनट की होती है, जबकि फ्रीस्टाइल में 2 मिनट की होती है।

स्कोरिंग प्रणाली: पहलवान को अपने प्रतिद्वंद्वी को पृष्ठभूमि पर गिराने के लिए पॉइंट प्राप्त होते हैं। स्कोरिंग प्रणाली विभिन्न प्रकार की हो सकती है, लेकिन सामान्यत:

ग्रीक का रोमन: प्रतिद्वंद्वी को पृष्ठभूमि पर गिराने पर 1 प्वाइंट और पहलवान को उसकी पीठ पर स्थित होने पर 2 प्वाइंट मिलते हैं।

फ्रीस्टाइल: पूर्ण नियंत्रण में पृष्ठभूमि पर गिराने पर 1 प्वाइंट और उच्च स्थान पर गिराने पर 2 प्वाइंट मिलते हैं।

विजेता का निर्धारण: मैच के अंत में, जिस पहलवान को अधिक प्वाइंट होते हैं, वही विजेता होता है।

टॉस और सुजीत: मैच की शुरुआत में एक टॉस करके पहलवानों में से एक को सुजीत (जीत) मिलता है और वह अपनी पसंद के अनुसार मैच की शरुआत करता है।

ओलंपिक में कुश्ती की शुरुआत

कुश्ती ओलंपिक खेलों में पहली बार 1900 में पैरिस, फ्रांस में शामिल हुई थी। इस वर्ष में कुश्ती को ओलंपिक कार्यक्रम में स्थान मिला था, लेकिन इस वक्त कुश्ती केवल पुरुषों के लिए थी। महिलाएं कुश्ती में शामिल होने का आरंभ 2004 में हुआ था, जब आथेंस, ग्रीस में महिलाओं के लिए कुश्ती को शामिल किया गया।

पेरिस 2024 ओलंपिक में भारत को मेडल की आस

पेरिस 2024 ओलंपिक में कुश्ती में 18 भारत वर्गों में प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। पुरुषों और महिलाओं की फ्रीस्टाइल में 6-6 और ग्रीको-रोमन कुश्ती में 6। बता दें कि अंतिम पंघाल ने महिलाओं के 53 किग्रा में विश्व चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल के साथ भारत के लिए ओलंपिक कोटा हासिल किया है। 

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