जीवनसाथी किसी और को तो नहीं चाहता ! क्या आपके भी मन में यही आशंका रहती है ?

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प्रीटी । Sep 22 2021 2:22PM

मियां−बीवी में से जो कोई भी उन्नीस हो, वह इसी भावना से ग्रस्त रहता है कि पता नहीं उसका जीवनसाथी उसे चाहता है कि नहीं? साधारण शक्ल सूरत वाली लड़कियां तो सदैव ही यह सोचती रहती हैं कि कहीं उनके पति उन्हें छोड़ तो नहीं देंगे?

एक शाम को जब हेमा को देखने के लिए लड़के वाले आए तो हेमा को इस बात का जरा भी गुमान नहीं था कि वह उसे पसंद कर लेंगे। दरअसल हेमा साधारण रूप रंग की सांवली-सी लड़की थी। और जिस लड़के यानि राहुल ने उसे पसंद किया, वह असाधारण व्यक्तित्व वाला खूबसूरत युवक था। शायद इसीलिए हेमा के मन में यह भावना घर कर गई कि शायद उनका चक्कर किसी और से है, इसलिए ही उन्होंने उसे चुना, जिससे शादी तो उसके साथ हो जाए और प्यार की पींगे किसी और के साथ आसानी से बज सके। हेमा के मन में एक विचार और आया वह यह कि कहीं राहुल में कोई कमी तो नहीं, वरना उससे शादी के लिए तो एक से एक बढ़िया लड़की मिल सकती है।

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बहरहाल हेमा का यह शक राहुल से शादी के बाद भी दूर नहीं हुआ। राहुल हेमा को बहुत चाहता था और उसकी छोटी−छोटी जरूरतों का भी ख्याल रखता था, वह हेमा को किसी भी कष्ट में नहीं देख सकता था, राहुल के इस व्यवहार से हेमा ने यह सोचा कि उनका यह व्यवहार शायद उसके साधारण रूप−सौंदर्य को लेकर ही है। हेमा के इसी तरह खामोश रहने से जब एक दिन राहुल ने हेमा से जोर देकर इसका कारण पूछा तो कारण सुनकर तो जैसे उसके होश ही फाख्ता हो गए, वह हेमा से बोला, मैंने तुम्हारे सांवले रंग से नहीं तुम्हारी प्रतिभा और तुम्हारे छिपे सौंदर्य और कुशल व्यवहार के कारण तुमसे शादी की है और मैं तुम्हें वाकई बहुत चाहता हूं, तो हेमा बहुत शर्मिंदा हुई।

दरअसल बात सिर्फ हेमा की ही नहीं है। यह अकसर देखा जाता है कि मियां−बीवी में से जो कोई भी उन्नीस हो, वह इसी भावना से ग्रस्त रहता है कि पता नहीं उसका जीवनसाथी उसे चाहता है कि नहीं? साधारण शक्ल सूरत वाली लड़कियां तो सदैव ही यह सोचती रहती हैं कि कहीं उनके पति उन्हें छोड़ तो नहीं देंगे? वह ऐसी परिस्थितियों में पड़ जाती हैं कि वह हर घटना से एक ही निष्कर्ष निकाल पाती हैं कि शायद उनका किसी से चक्कर चल रहा है, या उनका अब मेरे प्रति प्रेम कम हो रहा है या फिर अब उनके व्यवहार में पहले वाली बात नहीं रही। लेकिन वह यह नहीं समझ पातीं कि हर पति−पत्नी के बीच शादी के बाद के शुरुआती दिनों में जो बात होती है, वह गृहस्थी की जिम्मेदारियां बढ़ने के साथ ही धीरे−धीरे कुछ कम अवश्य हो जाती हैं। और इस कमी में रूप−सौंदर्य कहीं भी कारण नहीं होता। आप स्मार्ट लड़कियों से भी यही बात सुन सकती हैं कि उनके पति अब उन्हें कम समय दे पाते हैं या वह आपको यह कहती हुई मिल सकती हैं कि अब तो उन्हें हमारे लिए टाईम ही नहीं मिलता।

लड़कियों को यह बात स्पष्ट रूप से समझ लेनी चाहिए कि उनका शादी के लिए किसी लड़के द्वारा पसंद कर लिए जाने के लिए सुंदरता ही मुख्य पैमाना नहीं है। हो सकता है कि आपको देखने आया लड़का आपके घने बालों, आपकी चाल या फिर आपके बात करने के अंदाज या आपकी व्यवहार कुशलता अथवा आपकी सादगी पर मर मिटा हो। यह बात अपने पल्लू से गांठ बांध लें कि आपको अपने कम सुंदर होने के कारण असहज होने की बिल्कुल जरूरत नहीं है और न ही अपने ससुराल में इस भावना को मन में लेकर बार−बार खीझने की जरूरत है। आप कम सुंदर यदि हैं भी तो आप अपनी व्यवहार कुशलता से अपने ससुराल वालों को इस कदर खुश रख सकती हैं कि उन्हें आपके व्यावहारिक गुणों की तारीफ करने के अलावा आपके रूप−सौंदर्य पर बात करने का समय ही न मिले। आपको कंचन का उदाहरण देते हैं। कंचन भी एक साधारण रूप−सौंदर्य वाली लड़की है और उसकी भी शादी एक खूबसूरत युवक से हुई लेकिन कंचन ने फालतू की बातों पर ध्यान न देते हुए अपने व्यवहार से अपने ससुराल वालों का दिल इस कदर जीत लिया कि सब उसकी तारीफ करते नहीं अघाते।

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यदि वाकई आपके मन में शंका है कि आपके ससुराल वाले बाद में आपको आपके कम सुंदर होने का ताना देंगे या आप पर एहसान जताएंगे तो आप अपने होने वाले पति से खुलकर बात करिए और अपने चयन के वास्तविक कारण को जानने की कोशिश करिए, लेकिन यह अवश्य ध्यान रखिए कि शादी के बाद आपको इस विषय को हर समय मुद्दा नहीं बनाना चाहिए क्योंकि इससे आपके दाम्पत्य जीवन में कटुता आ सकती है और ऐसे में यदि आपके पति का झुकाव सचमुच कहीं और होने लगेगा तो आपको यह लगेगा कि यह सब आपके उनसे उन्नीस होने के कारण ही हो रहा है। याद रखें कि आपके पति ने आपके जिन गुणों को ध्यान में रखकर आपको चुना है, उन गुणों को आपके खत्म नहीं होने देना है। सुंदर होना और सुंदर लगना, दोनों ही अलग−अलग बाते हैं। आप स्वयं को सजा−सवांर कर मुस्कुराते चेहर के साथ पति के सामने पेश करें तो आपको कभी भी यह एहसास नहीं होगा कि आप उनसे कहीं से भी उन्नीस हैं और न ही आपको यह लगेगा कि आपके पति का आपके प्रति प्यार दिखावा या एहसान है।

-प्रीटी

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