यूक्रेन के राष्ट्रपति ने की तत्काल संघर्ष विराम की अपील, NATO बोला- जंग को रोकना हमारी प्राथमिकता

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रविवार को पुतिन के प्रवक्ता दमित्री पैसकोव ने सरकारी टेलीविजन पर प्रसारित एक इंटरव्यू में कहा जैसा कि तनाव अभी चरम पर है तो कोई भी चिंगारी, कोई अनियोजित घटना या उकसावे कि किसी भी मामूली घटना से परिणाम नुकसानदायक हो सकते हैं।

यूक्रेन और रूस के बीच जंग का संकट लगातार गहराता जा रहा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की रविवार को अपने फ्रांसीसी समकक्ष इमैनुएल मैक्रौं से फोन पर बातचीत  के बाद ऑर्गेनाइजेशन फॉर सिक्योरिटी एंड कोपरेशन इन यूरोप (OSCE) के तत्वाधान में रूस के साथ बातचीत फिर से शुरू करने और तत्काल का संघर्ष विराम की अपील  की। यूक्रेन, रूस और ओएससीई सहित विपक्षी संपर्क समूह का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, हम शांति प्रक्रिया को तेज करने के लिए खड़े हैं। हम टीसीजी के तत्काल आयोजन का समर्थन करते हैं।

उधर नाटो के महासचिव जेंन्स स्टोलटेनबर्ग ने रविवार को कहा कि नाटो यूक्रेन में चल रहे संकट को हल करने के उद्देश्य से किसी भी राजनीतिक पहल का समर्थन करता है और युद्ध की रोकथाम को प्राथमिकता देता है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक उन्होंने कहा कि सबसे अहम बात यूक्रेन पर नए सशस्त्र हमले को रोकने के लिए है, इसलिए हम नाटो सहयोगियों द्वारा राजनीतिक समाधान खोजने के सभी प्रयासों का समर्थन करते हैं, और नाटो रूस के साथ नाटो रूस परिषद में बैठने के लिए भी तैयार हैं।

बेलारूस के रक्षा मंत्री विक्टर ख्रेनिन ने कहा कि यूक्रेन को लेकर बढ़ते तनाव के कारण रूसी सैनिकों के साथ उनके देश का संयुक्त अभ्यास जारी रहेगा। पहले यह अभ्यास रविवार को खत्म होना था। आपको बता दें यूक्रेन की उत्तरी सीमा बेलारूस से लगती है। यहां पहुंचने में वाहनों को 3 घंटे से भी कम का समय लगता है। रूसी सैनिकों के यहां होने से पश्चिमी देशों को आशंका है कि वो यूक्रेन की राजधानी कीव में घुस सकते हैं। कीव की आबादी लगभग 30 लाख है।

पश्चिमी देशों के नेताओं ने आगाह किया है कि रूस अपने पड़ोसी देश यूक्रेन पर हमला कर सकता है। उसने सीमा के तीनों तरफ लगभग 1,50,000 सैनिकों और युद्ध से जुड़े दूसरे साजो सामान की तैनाती कर रखी है। शनिवार को रूस ने अपने पड़ोसी देश बेलारूस में परमाणु हथियारों और पारंपरिक युद्ध अभ्यास किया। अमेरिका और कई यूरोपीय देशों ने यह आशंका जताई है कि रूस हमला करने के बहाने खोज रहा है। रूस के यूक्रेन पर हमला करने की सूरत में पश्चिमी देशों ने तत्काल प्रतिबंध लगाने की चेतावनी दी है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने शनिवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ मीटिंग करके संकट का हल निकालने का प्रस्ताव दिया। उन्होंने रविवार को ट्वीट कर संघर्ष विराम की अपील भी की। लेकिन उनके इस प्रस्ताव पर रूस की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।

नाटो ने लगाया अनुमान, बेलारूस में है 30, 000  रूसी सैनिक

नाटो का अनुमान है कि बेलारूस में 30,000 रूसी सैनिक मौजूद हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से फोन पर वार्ता के बाद पुतिन ने यूक्रेन को हालात भड़काने और नाटो पर यूक्रेन में आधुनिक हथियार और गोला बारूद पहुंचाने का दोषी ठहराया। क्रेमलिन के बयान में संघर्ष विराम के स्थाई होने का उल्लेख किया गया और वार्ता के लिए जेलेंस्की की अपील पर कुछ नहीं कहा गया है।

रविवार को यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने कहा बड़ा सवाल यह है कि क्या रूस बातचीत करना चाहता है। उन्होंने म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में कहा ऐसे समय में जब रूस मिसाइल परीक्षण करता रहता है और सैनिकों को इकट्ठा करना जारी रखता है। ऐसे हालात में हम हमेशा शांति सद्भावना की पेशकश नहीं कर सकते। उन्होंने साफ कहा अगर सैन्य आक्रमण होता है तो हम और कड़े प्रतिबंध लगाएंगे।

जंग की आशंका के बीच जन जीवन

कीव में जनजीवन सामान्य रहा। हालांकि पूर्वी यूक्रेन में अलगाववादी नेताओं ने क्षेत्र में हिंसा बढ़ने और इसकी आड़ में रूस के आक्रमण करने को लेकर पश्चिमी देशों की आशंका के बीच शनिवार को  सैन्य लामबंदी का आदेश दिया। दोनेत्स्क और लुहांस्क अलगाववादियों ने महिलाओं बच्चों तथा बुजुर्गों को पड़ोसी रूस भेजने का ऐलान किया है। रूस ने अलगाववादियों के कब्जे वाले क्षेत्र के लोगों के लिए लगभग 70000 पासपोर्ट जारी किए।

अलगाववादी क्षेत्रों के अधिकारियों ने दावा किया कि पिछले दिनों यूक्रेन की सेना ने तोपों से गोले दागकर हमले किए और उसी सीमा के पास एक गांव पर हमले में दो नागरिक मारे गए। रविवार को उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने भी उस हालात को समझने के महत्व पर जोर दिया जिसका यूरोप सामना कर रहा है। म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में उन्होंने कहा, हम यूरोप में युद्ध की आशंका के बारे में बात कर रहे हैं। 70 साल से अधिक हो गए हैं, और उन 70 सालों के दौरान शांति और सुरक्षा रही है।

वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति ने जेलेंस्की ने सम्मेलन से पहले की टिप्पणियों में यूक्रेन को नाटो में शामिल होने की अनुमति देने से पश्चिमी देशों के इंकार पर भी सवाल उठाया। यूक्रेन के नेता ने भी रूस पर नए प्रतिबंधो को रोकने के लिए अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों की आलोचना की।सबके बीच पुतिन की मांग है कि यूक्रेन को नाटो का सदस्य नहीं बनाया जाए।जंग की आशंका के बीच जर्मनी और ऑस्ट्रिया ने अपने नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने के लिए कहा है। जर्मन विमानन कंपनी लुफ्थांसा ने राजधानी की ओर ओडेसा के लिए उड़ानें रद्द कर दी। आपको बता दें अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी शुक्रवार को कहा था कि उन्हें यकीन है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन और उसकी राजधानी कीव पर हमला करने का फैसला कर लिया है।

रूस और अमेरिका के बीच बातचीत की भी कोशिश

रूस और अमेरिका के बीच बातचीत की भी कोशिश हो रही है। अमेरिका और रूसी रक्षा प्रमुखों ने शुक्रवार को बात की। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने अगले हफ्ते मिलने पर सहमति जताई है।फ्रांस के राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि यूक्रेनी और रूसी नेता आने वाले दिनों और आने वाले हफ्तों में एक राजनयिक समाधान की दिशा में काम करने के लिए सहमत हुए हैं।

पूर्वी यूक्रेन पर मंडरा रहा है सबसे ज्यादा खतरा

फिलहाल सबसे ज्यादा खतरा पूर्वी यूक्रेन पर मंडरा रहा है। जहां अलगाववादी संघर्ष 2014 में शुरू हुआ और अब तक इस संघर्ष में 14000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। यूक्रेन की सेना और अलगाववादी करीब 8 सालों से लड़ रहे हैं, लेकिन दोनों पक्षों को अलग करने वाली सीमा पर हाल के दिनों में हिंसा बढ़ गई है। रूस ने शनिवार को कहा कि पूर्वी यूक्रेन की सरकार के कब्जे वाले हिस्से से दागे गए कम से कम दो गोले सीमा पार गिरे। हालांकि यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने रूस के इस दावे को खारिज कर दिया था।

दोनेत्स्क क्षेत्र में रूस समर्थक अलगाववादी सरकार के प्रमुख डेनिस पुशिलिन ने शनिवार को बयान जारी कर पूर्ण सैन्य लामबंदी की घोषणा की और रिजर्व बल के सदस्यों से सेना भर्ती कार्यालय में आने का अनुरोध किया। वहीं लुहांस्क के एक दूसरे अलगाववादी नेता लियोनिद पेसेचनिक ने भी ऐसी ही घोषणा की है। इसी बीच यूक्रेनी सेना के अधिकारियों पर गोलीबारी भी की गई। अधिकारियों ने गोलीबारी से बचने के लिए बम रोधी आश्रय स्थल में शरण ली। अन्य जगहों पर यूक्रेन के सैनिकों ने कहा कि उन्हें जवाबी गोलीबारी करने का आदेश नहीं दिया गया है।

रविवार को पुतिन के प्रवक्ता दमित्री पैसकोव ने सरकारी टेलीविजन पर प्रसारित एक इंटरव्यू में कहा जैसा कि तनाव अभी चरम पर है तो कोई भी चिंगारी, कोई अनियोजित घटना या उकसावे कि किसी भी मामूली घटना से परिणाम नुकसानदायक हो सकते हैं।

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