असुरक्षित दिल्ली बनीं सुरक्षित! महिलाओं के प्रति होने वाले अपराध में आयी 83 प्रतिशत गिरावट

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रेनू तिवारी । Apr 15 2020 8:40PM

अपराध की राजधानी दिल्ली समेत पूरे देश की बात करें तो लॉकडाउन के दौरान अपराध में 83 प्रतिशत की गिरावट आई है। सभी चोर, क्रिमिनल, रेपिस्ट, जालसाज, जुआरी, गैंगस्टर, डकैत-डाकू हर कोई कोरोना के डर से अपने-अपने घरों में दुपक कर बैठें हैं।

पूरी दुनिया में खौफ का पर्याय बना कोरोना वायरस 'गुनाह' को भी 'बेगुनाह' बनाता जा रहा है। अपराध की राजधानी दिल्ली समेत पूरे देश की बात करें तो लॉकडाउन के दौरान अपराध में 83 प्रतिशत की गिरावट आई है। सभी चोर, क्रिमिनल, रेपिस्ट, जालसाज, जुआरी, गैंगस्टर, डकैत-डाकू हर कोई कोरोना के डर से अपने-अपने घरों में दुपक कर बैठें हैं। इन सभी अपराधियों के घर बैठ जाने के कारण दिल्ली अपराध मुक्त होती नजर आ रही हैं। 

बलात्कार की शिकायतें कम हुई

दिल्ली पुलिस ने मार्च-अप्रैल में हुए महिलाओं के प्रति अपराधों का एक डाटा जारी किया है। इन आकड़ों के अनुसार क्राइम कैपिटल कहीं जानें वाली दिल्ली में महिलाओं के प्रति अपराध में काफी गिरावट आयी हैं। दिल्ली पुलिस के मुताबिक इस साल 22 मार्च से 12 अप्रैल के बीच दिल्ली में दुष्कर्म के 23 मामले दर्ज किए गए। वहीं पिछले साल के दिल्ली के बलात्कार  के मामलों को देखा जाए तो ‘द हिंदू’ के मुताबिक, 2019 में इसी अवधि में रेप के 139 मामले सामने आए थे। यानी, पिछले साल के मुकाबले इस साल रेप के केस में 83% कमी आई है।

महिलाओं के साथ मारपीट के मामले कम आये

वहीं महिलाओं के प्रति मारपीट-हिंसा के आकड़े देखें तो इनकी भी एफआइआर कम दर्ज की गई हैं। 22 मार्च से 12 अपैल तक महिलाओं के साथ मारपीट की दिल्ली में केवल 33 शिकायतें दर्ज हुई है। अगर 2019 के अंकड़ो को देखें तो इस एक महीने के दौरान 233 शिकायतें दर्ज की गई थी। इस तरह से महिलाओं से मारपीट के मामले में 85 प्रतिशत गिरावट आयी हैं। दिल्ली की क्राइम हिस्ट्री में 22 मार्च से 12 अप्रैल के बीच का क्राइम रेश्यू अब तक का सबसे कम रहा है। ये दिल्ली के लिए एक बड़ी उपलब्धि हैं। 

दिल्ली पुलिस के अफसर ने क्या कहा?

दिल्ली पुलिस के एक ऑफिसर (परमजीत बदला हुआ नाम)  से इस विषय में बात की तो उन्होंने बताया कि कुछ अपराध की प्लानिंग की जाती है और ज्यादातर अपराध अचानक घटित होते हैं। कई बार कोई किसी को उकसा देता है जिससे गुस्सा बढ़ जाता है और अपराध करने पर उतारू हो जाता है। इस समय लॉकडाउन के कारण सभी लोग घर के अंदर हैं।

बाहर का वातावरण ऐसा नहीं है जहां लोगों को उकसाकर गुस्सा दिलाया जा सकें। लोगों के बीच कोरोना का डर है। घर के अंदर भी अपराध कम हुई है क्योंकि लोगों में अपनों का खोने का डर है। कोरोना वायरस के कारण लोग डरे हुए हैं। दिल्ली की रोडे सुनसान है कोई गाड़ी नहीं है ऐसे में सड़कों पर होने वाले अपराध भी कम हुई हैंष महिलाएं घर में हैं इस लिए इस लिए उनसे जुड़े अपराधिक मामलों में भी कमी आयी हैं।

महिलाओं के प्रति अपराथ क्यों कम हुए?

परमजीत के अनुसार इस समय बस, मेट्रो, रेल, ओटो रिक्शा, सभी तरह के यातायात बंद है। यहां तक की सिनेमाघर, मॉल, आदि भी बंद है। इन जगहों से छेड़छाड़ की ज्यादा शिकायतें आती थी। अब जब सब कुछ लॉक है ऐसे में लोगों वहां नहीं है जिसके कारण अपराध भी नहीं हो रहे हैं।इसके अलावा वे एक और वजह जोड़ते हैं। कहते हैं कि इस समय शराब की बिक्री बंद हैं, जो अपराध घटाने में सहायक हो रही है। दुकानें और कारोबार बंद हैं। इसलिए पैसों की धोखाधड़ी और लूटपाट में भी कमी आई है।

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