Lok Sabha Polls 2024: मेरठ से अरुण गोविल, बीजेपी के एक तीर से कई निशाने

Arun Govil
ANI
अजय कुमार । Mar 26 2024 2:48PM

व्यापारी नेता विनीत अग्रवाल शारदा मजबूत दावेदारी जता रहे थे। महानगर अध्यक्ष सुरेश जैन ऋतुराज के अलावा हापुड़ से विकास अग्रवाल और सुधीर अग्रवाल की भी मजबूत दावेदारी थी, लेकिन भाजपा ने तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए अरुण गोविल के नाम पर फाइनल मोहर लगा दी।

लखनऊ। रामानंद सागर के बहुचर्चित सीरियल रामायण में प्रभु श्रीराम की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल को भाजपा ने मेरठ लोकसभा सीट से मैदान में उतारा है। अरुण गोविल एक अभिनेता ही नहीं बल्कि वह शख्सियत है जिन्होंने 40 साल से रामायण वाले किरदार की छवि अपने अंदर बसाए रखी है। वह कोई ऐसा काम नहीं करते जिससे उन पर लोग उंगली उठा पाए। इसी के चलते भाजपा ने उन्हें अपनी हाई प्रोफाइल मेरठ की सीट पर अपना प्रत्याशी बनाया है। मौजूदा संसद की तरह अरुण गोविल भी वैश्य समाज से आते हैं। मेरठ में वैश्य और गाजियाबाद से क्षत्रिय समाज का प्रत्याशी उतारकर भाजपा ने दोनों समाज का साथ लेकर चलने का संकल्प दोहराया है। अरुण गोविल को प्रत्याशी बनाकर बीजेपी आलाकमान ने जिले के अंदर विरोध की चिंगारी को भी दबा दिया है। मेरठ से वैश्य समाज से कई नेता दावेदारी में थे। तीन बार से विधायक अमित अग्रवाल की मजबूत दावेदारी थी। उपभोक्ता सहकारी संघ के अध्यक्ष संजीव गोयल सिक्का भी क्षेत्र में जुटे हुए थे। पूर्व महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल का नाम भी तेजी से चर्चाओं में आया। 

व्यापारी नेता विनीत अग्रवाल शारदा मजबूत दावेदारी जता रहे थे। महानगर अध्यक्ष सुरेश जैन ऋतुराज के अलावा हापुड़ से विकास अग्रवाल और सुधीर अग्रवाल की भी मजबूत दावेदारी थी, लेकिन भाजपा ने तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए अरुण गोविल के नाम पर फाइनल मोहर लगा दी। गौरतलब है भाजपा ने अपनी पहली सूची में पश्चिम की चार सीटों के प्रत्याशी घोषित नहीं करके मेरठ और गाजियाबाद के टिकट बदलने के संकेत दे दिए थे। इसके बाद से माना जा रहा था कि पार्टी इस बार तीन बार के सांसद राजेंद्र अग्रवाल को चुनाव नहीं लड़ाएगी।

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दरअसल, पिछली बार राजेंद्र अग्रवाल बेहद कड़े मुकाबले में बसपा-सपा गठबंधन के प्रत्याशी हाजी याकूब से जीते थे। इसके बाद भी उनकी छवि में गिरावट आई थी। उनकी जीत का अंतर महज 4729 मतों का था। भाजपा हाईकमान का मानना था कि जहां कम अंतर से जीते हैं, वहां किसी सेलीब्रेटी प्रत्याशी को उतारा जाए। यही वजह रही कि राजेंद्र अग्रवाल का टिकट कटा और अरुण गोविल प्रत्याशी बने। मेरठ से अरुण गोविल को उतार कर बीजेपी मेरठ से लगी अन्य लोकसभा सीटों पर भी अपनी स्थिति मजबूत कर सकती है।

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