लखीमपुर खीरी में BKU नेताओं ने जिलाधिकारी से की मुलाकात, राकेश टिकैत बोले- जब तक केस चलेगा हम आते रहेंगे

Rakesh Tikait
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बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत समेत नेताओं ने लखीमपुर खीरी में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से मिले और पीड़ित परिवार के लिए न्याय की मांग की। इसी बीत किसान नेता ने कहा कि जब तक लखीमपुर खीरी मामले का हल नहीं निकलता तब तक हम ऐसी बैठकें करते रहेंगे और अधिकारियों से मिलते रहेंगे।

नयी दिल्ली। भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने गुरुवार को लखीमपुर खीरी में जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह और पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन के साथ बैठक की। इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने आला अधिकारियों के समक्ष लखीमपुर खीरी हिंसा के संबंध में विस्तृत चर्चा की और पीड़ित परिवारों के लिए न्याय की मांग की। 

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समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत समेत नेताओं ने लखीमपुर खीरी में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से मिले और पीड़ित परिवार के लिए न्याय की मांग की। इसी बीत किसान नेता ने कहा कि जब तक लखीमपुर खीरी मामले का हल नहीं निकलता तब तक हम ऐसी बैठकें करते रहेंगे और अधिकारियों से मिलते रहेंगे। जब तक लखीमपुर खीरी का मुकदमा चलता रहेगा तब तक हम यहां आते रहेंगे।

लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा मुख्य आरोपी हैं और हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने आशीष मिश्रा की जमानत भी रद्द कर दी थी। जिसके बाद अप्रैल के आखिरी सप्ताह में आशीष मिश्रा ने सीजेएम कोर्ट में खुद को सरेंडर कर दिया था और फिर उसे जेल भेजा गया था। बताया जा रहा है कि इस मामले के संबंध में 10 मई को सुनवाई होगी, जहां पर कोर्ट आशीष मिश्रा के आरोप तय कर सकती है। 

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आशीष मिश्रा ने किसानों को कार से कुचला था

अक्टूबर, 2021 में लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में किसानों को कार से कुचल दिया गया था, जिसके बाद इलाके में हिंसा भड़क गई थी। इस हिंसा में 8 लोगों की मौत हुई थी और फिर दिसंबर, 2021 में एसआईटी की रिपोर्ट सामने आई। जिसमें बताया गया था कि यह हादसा नहीं था। एसआईटी के खुलासे के बाद उत्तर प्रदेश की सियासत गर्मा गयी थी और कई नेताओं ने मामले की जांच सीबीआई से कराए जाने की मांग की थी।

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