क्या टल सकते हैं चुनाव ? बिहार से लेकर अमेरिका तक ये है हाल, ऑनलाइन प्रचार कर रहे उम्मीदवार
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव नवंबर में होने वाला है और इसके लिए तकरीबन 20 महीने पहले ही चुनाव प्रचार शुरू हो जाता है। लेकिन कोरोना वायरस के चलते ऐसा मुमकिन नहीं हो पा रहा है और अब तक तो चुनाव के लिए महज 218 दिन ही बचे हैं।
कोरोना वायरस नामक संक्रमण की चपेट में पूरा विश्व आ गया है और इसका असर अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में साफ देखा जा सकता है। महामारी के चलते एक तरफ डेलीगेट्स के चुनाव टल गए हैं तो दूसरी तरफ पार्टियां चुनाव प्रचार-प्रसार नहीं कर पा रही हैं। हालात ऐसे है कि उम्मीदवार चुनावी प्रचार की जगह लोगों की मदद करने में जुटे हैं और जागरुकता अभियान चला रहे हैं।
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नवंबर में होने वाले हैं राष्ट्रपति चुनाव
कोरोना वायरस नामक महामारी ने लगभग हर एक देश को अपनी चपेट में ले लिया है और इसका असर चुनावों में पड़ता हुआ दिखाई भी दे रहा है। अगर हम हिन्दुस्तान की बात करें तो चुनाव आयोग ने 26 मार्च को होने वाले राज्यसभा चुनाव को अंतिम समय में टाल दिया। जबकि अमेरिका में डेलीगेट्स के चुनाव भी टल गए हैं। जिसका मतलब साफ है कि हर मुल्क की पहली प्राथमिकता कोरोना वायरस नामक महामारी से लड़ने की है और देश का खड़ा करने की है। उसके बाद ही देश चुनावों की तरफ जाएगा।
बता दें कि अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव नवंबर में होने वाला है और इसके लिए तकरीबन 20 महीने पहले ही चुनाव प्रचार शुरू हो जाता है। लेकिन कोरोना वायरस के चलते ऐसा मुमकिन नहीं हो पा रहा है और अब तक तो चुनाव के लिए महज 218 दिन ही बचे हैं।
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सोशल मीडिया के जरिए हो रहा प्रचार
राष्ट्रपति चुनाव के लिए बेहद कम समय बचा है। ऐसे में डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन्स दोनों ही सोशल मीडिया के जरिए प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। अगर उम्मीदवार चुनाव प्रचार के लिए जनसभाएं करेंगे तो महामारी फैलने का खतरा और भी ज्यादा बढ़ जाएगा। ऐसे में उम्मीदवार सोशल मीडिया के जरिए मतदाताओं को लुभाने का काम कर रहे हैं। वहीं सोशल मीडिया के इस्तेमाल में सबसे बड़ी चुनौती फ़ेक न्यूज से निपटने की होगी। ऐसे में देखना होगा कि दोनों पार्टियां क्या रणनीति तैयार करती है। इतिहास की तरफ नजर दौड़ाएं तो अमेरिकी चुनाव रद्द होने की कोई भी मिसाल दिखाई नहीं देती है।
आने वाले दिन बेहद कठिन होंगे
मौजूदा परिस्थिति को देखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लोगों को आगाह करते हुए कहा कि आने वाले दो सप्ताह अमेरिका के लिए बेहद मुश्किल होंगे। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि मैं चाहता हूं कि अमेरिकी आने वाले मुश्किल दिनों के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा कि हमें बेहद मुश्किल दो हफ्तों का सामना करना होगा और फिर उम्मीद करते हैं कि जैसा विशेषज्ञ कह रहे हैं हमें अंतत: उम्मीद की कोई रोशनी दिखेगी। लेकिन ये दो हफ्ते बहुत-बहुत दर्दनाक होने वाले हैं।
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हालांकि राष्ट्रपति चुनाव होंगे या फिर टल जाएंगे इससे जुड़ी कोई जानकारी नहीं है। लेकिन जिस तरह से देश कोरोना नामक बीमारी से निपटने का प्रयास कर रहा है। उससे तो यही प्रतीत होता है कि नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव होंगे।
भारत का क्या है हाल
महामारी से निपटने के लिए भारत सरकार ने 21 दिन के लॉकडाउन की घोषण की है। हालांकि कोरोना के मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में तमाम सरकारी अधिकारियों की प्राथमिकता कोरोना वायरस महामारी को रोकने की है। अगर हम बिहार चुनाव की बात करें तो वह अक्टूबर-नवंबर में होने वाले हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि तब तक देश बड़ी मजबूती के साथ खुद को आगे लेकर आ चुका होगा और हम कोरोना वायरस को हराने में सफल होंगे। हालांकि ये देखना काफी दिलचस्प होगा।
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तमाम राजनीतिक पार्टियां इन दिनों देशवासियों को जागरुक करने का काम कर रही हैं और उन तक आवश्यक सामग्रियां पहुंचाने में जुटी हैं। मगर मौजूदा स्थिति को देखते हुए ही राज्यसभा चुनाव टाले गए हैं। राज्यसभा चुनाव टालने के पहले चुनाव आयोग ने एक बैठक की थी। जिसमें आयोग ने फैसला किया था कि अभी देश में चुनाव कराए जाने के हालात नहीं है। अगर चुनाव हुए तो मतदान के लिए भीड़ इकट्ठा होगी जो सही नहीं है। ऐसे में आयोग ने राज्यसभा चुनाव टालने का फैसला लिया था। अक्टूबर-नवंबर में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव की स्थिति के बारे में तो जुलाई-अगस्त के महीने में ही साफ हो पाएगा।
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