अगले सप्ताह से शुरू होगा राम मंदिर का निर्माण कार्य, तैयारियां पूरी

राम मंदिर
अंकित सिंह । Aug 7 2020 10:50PM

निर्माण को लेकर यह कहा जा रहा है कि इसकी नींव 25 फीट नीचे होगी। मंदिर का निर्माण वास्तु शास्त्र के हिसाब से किया जाएगा। अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के साथ ही कई रोजगार के अवसर खोलने पर भी कार्य किए जा रहे है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा राम मंदिर निर्माण के लिए आधारशिला रखे जाने के बाद अब अगले सप्ताह से इसका निर्माण भी शुरू हो जाएगा। राम मंदिर के आर्किटेक्टर निखिल सोमपुरा के अनुसार 75 फ़ीसदी पत्थर तराश कर अयोध्या के मंदिर कार्यशाला में रखे जा चुके है। पहले इन पत्थरों का उपयोग किया जाएगा। मंदिर का आकार बढ़ने के कारण और भी पत्थर मंगवाने पड़ेंगे। लगभग 500 सालों से चले आ रहे विवाद का निपटारा 9 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट के द्वारा किया गया। इसके बाद से ही राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हो गया। श्री राम जन्मभूमि निर्माण ट्रस्ट के गठन के बाद अब मंदिर के निर्माण का कार्य की जिम्मेदारी इसी के ऊपर है। 

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निर्माण को लेकर यह कहा जा रहा है कि इसकी नींव 25 फीट नीचे होगी। मंदिर का निर्माण वास्तु शास्त्र के हिसाब से किया जाएगा। अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के साथ ही कई रोजगार के अवसर खोलने पर भी कार्य किए जा रहे है। यह भी कहा जा रहा है कि श्री राम जन्मभूमि पर राम लला का भव्य मंदिर के निर्माण कार्य शुरू होने के साथ ही आसपास के मंदिरों के कपाट भी खुल जाएंगे। पहले रामलला के मंदिर के लिए विश्व हिंदू परिषद का पुराना मॉडल हम सबके सामने था। इसे चंद्रकांत सोमपुरा ने तैयार किया था। फिलहाल पुराने डिजाइन को बदला गया है। इस बदलाव के कारण अब मंदिर की ऊंचाई, आकार, क्षेत्रफल और बुनियादी संरक्षण में काफी परिवर्तन देखने को मिलेगा। सबसे पहले हम आपको यह बता दें कि यह मंदिर 3 मंजिला इमारत होगा जिसे वास्तु शास्त्र के हिसाब से बनाया जाएगा।

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इस मंदिर में रामलला का गर्भ गृह बनेगा। उसी के ऊपर मुख्य शिखर बनाया जाएगा। पहले की तुलना में इस बार राम मंदिर की ऊंचाई में 33 फीट की वृद्धि की गई है। यही कारण है कि पहले की तुलना में अब इमारत में एक और मंजिल को बढ़ाना पड़ा है। पुराने मॉडल के हिसाब से मंदिर की लंबाई 268 फीट 5 इंच थी। अब इसे बढ़ाकर 280 से 300 फीट किया गया है। मंदिर की ऊंचाई को बढ़ाकर 161 फुट किया गया है। मंदिर के गुंबदों की संख्या 3 से बढ़ाकर पांच कर दी गई है। मंदिर के आकार में वृद्धि का कारण यह भी रहा कि पहले की तुलना में अब जमीन को बढ़ा दिया गया है। मंदिर में सिंहद्वार, नृत्य मंडप और रंग मंडप भी बनेंगे। श्रद्धालुओं के बैठने और विधिवत पूजा करने की भी व्यवस्था की गई है।

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इसके साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि मिट्टी के आधार पर नींव की खुदाई 20 से 25 फीट गहरी की जा सकती है। नए मॉडल के तहत राम मंदिर में कुल 318 स्तंभ होंगे। मंदिर के प्रत्येक तल पर 106 स्तंभ बनाए जाएंगे। मंदिर का निर्माण इस हिसाब से किया जाएगा कि एक बार में करीब 10 से 12 हजार लोग दर्शन कर सकेंगे। भूतल का क्षेत्र और भी बड़ा होगा। पहले तल पर जहां राम दरबार होगा वहां चार से पांच हजार श्रद्धालु एक बार में दर्शन कर सकेंगे। मंदिर को भव्य बनाने के लिए पूरी तरीके से व्यवस्थाएं की जा रही है। मंदिर के आसपास क्या होगा इसका निर्णय ट्रस्ट करेगा। कॉरिडोर, संग्रहालय तथा तमाम तरह की पेंटिंग्स भी पूरे मंदिर में दिखाई दे सकती है। संक्षेप में बात करें तो मंदिर की लंबाई 360 फुट होगी, चौड़ाई 235 फुट, ऊंचाई 161 फुट, मंडपों की संख्या 5 होगी,  पिलर की कुल संख्या 360 होगी, 6 से 8000 श्रद्धालु भूतल पर दर्शन कर सकेंगे वहीं 4 से 5000 श्रद्धालु पहले तल पर दर्शन कर सकेंगे।

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