Prabhasakshi Newsroom। चार मंजिला इमारत में भीषण आग, 27 लोग जिंदा जले, अपनों को तलाशती रही आंखें

Delhi Mundka Fire
प्रतिरूप फोटो
ANI Image

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई नेताओं ने लोगों की मौत पर शोक जताया। राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि वह इमारत में आग लगने से कई लोगों की मौत से अत्यंत दुखी हैं। उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के पश्चिमी इलाके में मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास स्थित चार मंजिला इमारत में भीषण आग लगने से कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य झुलस गए। जिन्हें ग्रीन कारिडोर बनाकर संजय गांधी अस्पताल लाया गया और त्वरित उपचार दिया गया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि आग इमारत की पहली मंजिल से लगनी शुरू हुई जहां सीसीटीवी कैमरा और राउटर निर्माता कंपनी का दफ्तर था। आग बुझाने के काम में 30 से अधिक दमकल वाहनों को लगाया गया। पुलिस ने बताया कि कंपनी के मालिकों हरीश गोयल और वरुण गोयल को हिरासत में ले लिया गया है और इमारत के मालिक की पहचान मनीष लाकरा के रूप में हुई है। 

इसे भी पढ़ें: दिल्ली अग्निकांड : अपने प्रियजनों की तलाश में अस्पताल पहुंचे व्याकुल परिजन 

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई नेताओं ने लोगों की मौत पर शोक जताया। राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि वह इमारत में आग लगने से कई लोगों की मौत से अत्यंत दुखी हैं। उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि मैं जख्मियों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दिल्ली में भीषण आग की घटना में लोगों की मौत से बेहद दुखी हूं। शोकाकुल परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इमारत का मालिक टॉप फ्लोर में रहता था और उसके खिलाफ आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जा रहा है। दिल्ली दमकल सेवा के प्रमुख अतुल गर्ग ने कहा कि इस अभियान में कोई दमकलकर्मी जख्मी नहीं हुआ।

इमारत में लगी भयंकर आग के बाद सैकड़ों की संख्या में स्वजन अपनों को तलाश रहे थे। पुलिसकर्मियों और दमकलकर्मियों से अपनों की जानकारी मांग रहे थे। चारों तरफ चीख पुकार सुनाई दे रही थी और मानो आंसूओं का सैलाब आ गया हो। घटनास्थल के पास बढ़ती भीड़ को देखते हुए पुलिस ने आसपास किसी को भी आने की इजाजत नहीं दी। जिसकी वजह से लोगों के भीतर रोष और भी ज्यादा बढ़ गया। 

इसे भी पढ़ें: मनीष सिसोदिया बोले- फिल्म पॉलिसी बना रही दिल्ली सरकार, शूटिंग के लिए देना होगा ऑनलाइन आवेदन 

मेट्रो संचालन हुआ था प्रभावित

रोहतक रोड के पास इमारत होने की वजह से आग की लपटें काफी ऊपर तक उठ रही थीं। जिसकी वजह से मेट्रो का परिचालन भी कुछ समय के लिए बाधित हुआ था। बाद में आग पर काबू पाने के बाद मेट्रो को बहाल कर दिया गया था। इसके अलाव सड़क मार्ग पर यातायात का रूट भी बदल दिया गया था।

पुलिस को शुरुआती पूछताछ में पता चला कि चार मंजिला इमारत में कंपनियों को ऑफिस स्पेस मुहैया कराया जाता था। उन्होंने बताया कि पहली मंजिल में एक कंपनी का दफ्तर था और उसके 50 से अधिक कर्मचारियों को सुरक्षित निकाल लिया गया वहीं 27 लोगों के शव बरामद किए गए हैं। बचाए गए लोगों को तत्काल चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए कुछ एम्बुलेंस भी मौके पर मौजूद थीं।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़