संदिग्ध कोविड शिविरों को लेकर वामदलों का कोलकाता में प्रदर्शन

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माकपा समर्थित डीवाईएफआई और अन्य युवा संगठनों के सदस्यों ने मांग की कि पुलिस मामले की जांच में तेजी लाए। प्रदर्शनकारियों ने सेक्टर पांच स्थित स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय के बाहर ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की हालांकि बाद में पुलिस इन प्रदर्शनकारियों को वाहन में बैठाकर वहां से ले गई।

कोलकाता। कोलकाता में संदिग्ध कोविड टीकाकरण शिविरों का आयोजन करने वाले फर्जी आईएएस अधिकारी देबांजन देव और तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के बीच कथित संबंध का आरोप लगाते हुए वामपंथी दलों द्वारा समर्थित विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को यहां साल्ट लेक में स्वास्थ्य भवन पर प्रदर्शन किया। माकपा समर्थित डीवाईएफआई और अन्य युवा संगठनों के सदस्यों ने मांग की कि पुलिस मामले की जांच में तेजी लाए। प्रदर्शनकारियों ने सेक्टर पांच स्थित स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय के बाहर ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की हालांकि बाद में पुलिस इन प्रदर्शनकारियों को वाहन में बैठाकर वहां से ले गई।

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अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प भी हुई क्योंकि मुख्य प्रवेश द्वार पर अवरोधक लगा हुआ था। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों को ऐहतियाती हिरासत में लिया गया है। वामपंथी कार्यकर्ताओं के एक समूह ने इस मुद्दे को लेकर शहर के मध्य हिस्से में स्थित कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के मुख्यालय के निकट भी प्रदर्शन किया।

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प्रदर्शनकारियों ने देव, नगर निकाय के अधिकारियों और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के केएमसी वार्ड समन्वयकों के बीच कथित गठजोड़ का आरोप लगाते हुए सड़क पर जाम लगाने की भी कोशिश की। पुलिस ने हालांकि त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें वहां से हटा दिया। देव को कुछ दिन पहले केएमसी के संयुक्त आयुक्त होने का ढोंग रचने और संदिग्ध टीकाकरण शिविरों का संचालन करने के आरोप गिरफ्तार किया गया था।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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