'भगवान राम सिर्फ हिंदूओं के नहीं, सबके हैं', फारूक अब्दुल्ला बोले- जो पूजारी बनकर आते हैं, उन्हें हुकूमत से मोहब्बत है

Farooq Abdullah
ANI
अंकित सिंह । Mar 23 2023 7:35PM

फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि भगवान राम सिर्फ हिंदू का भगवान नहीं है। अपने दिमाग से निकालिए। भगवान राम सबके भगवान है चाहे वह हिंदू हो, मुसलमान हो, सिख हो, अमेरिकन हो। जैसे अल्लाह सिर्फ मुसलमानों का ही रब नहीं है।

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने राम को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि राम सिर्फ हिंदुओं के नहीं बल्कि सबके हैं। इसके साथ ही उन्होंने भाजपा पर भी निशाना साधा है। अपने वक्तव्य में फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि भगवान राम सिर्फ हिंदू का भगवान नहीं है। अपने दिमाग से निकालिए। भगवान राम सबके भगवान है चाहे वह हिंदू हो, मुसलमान हो, सिख हो, अमेरिकन हो। जैसे अल्लाह सिर्फ मुसलमानों का ही रब नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भगवान राम भी अल्लाह की तरफ से भेजे गए हैं, लोगों को सही रास्ता दिखाने के लिए।

इसे भी पढ़ें: फर्जी IAS मामले पर तेजस्वी ने केंद्र पर उठाए सवाल, सुरक्षा एजेंसियां तो विपक्ष के नेताओं के पीछे पड़ी हैं लेकिन...

इसके साथ ही फारुख अब्दुल्ला ने बिना नाम लिए भाजपा पर भी निशाना साधा। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि यह जो लोग राम के पुजारी बनकर आपके सामने आते हैं, राम को बेचना चाहते हैं। इन्हें राम से नहीं सिर्फ हुकूमत से मोहब्बत है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि मुझे लगता है कि जब जम्मू-कश्मीर में चुनावों की घोषणा होगी तो वे आम जनता का ध्यान हटाने के लिए राम मंदिर का उद्घाटन करेंगे लेकिन राम सबके लिए हैं। वे राम को बेचना चाहते थे, लेकिन उन्हें राम से प्रेम नहीं था। वे किसी भी कीमत पर सत्ता में बने रहना चाहते थे। 

इसे भी पढ़ें: Jammu-Kashmir में चुनाव की मांग को लेकर ECI से मिलेंगे विपक्ष के कई नेता, फारूक अब्दुल्ला ने कही यह बात

इससे पहले फारूक अब्दुल्ला ने विपक्षी दलों के नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए केंद्र शासित प्रदेश में समय से पहले विधानसभा चुनाव कराने के लिए निर्वाचन आयोग (ईसी) से मुलाकात की थी। नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के नेता ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार के साथ बैठक के बाद कहा कि जम्मू कश्मीर में पिछले पांच साल से विधानसभा नहीं है और निर्वाचित सरकार भी नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने सीईसी और आयोग के अन्य सदस्यों को सूचित किया कि सरकार जम्मू-कश्मीर में सामान्य स्थिति बहाल करने का दावा करती रही है और अब जिम्मेदारी (विधानसभा चुनाव कराने की) निर्वाचन आयोग पर है। पूर्ववर्ती राज्य के तीन बार मुख्यमंत्री रहे अब्दुल्ला ने कहा, “ऐसे में आयोग जम्मू कश्मीर के लोगों की पीड़ा पर संज्ञान क्यों नहीं ले रहा है।”

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़