उद्धव ठाकरे ने केंद्र सरकार से प्रवासी मजदूरों पर दिशा-निर्देश जारी करने की अपील की

Uddhav Thackeray

मंगलवार शाम को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अतिरिक्त सचिव मनोज जोशी के नेतृत्व में केंद्रीय टीम से बात करते हुए, ठाकरे ने कहा कि उनकी सरकार ने छह लाख से अधिक प्रवासी मजदूरों के लिए आश्रय शिविर खोले हैं और उनकी अच्छी तरह से देखभाल की जा रही है।

मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मांग की है कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लगे लॉकडाउन के मद्देनजर प्रवासी मजदूरों को उनके मूल स्थानों पर भेजने को लेकर केंद्र सरकार इस महीने के अंत तक दिशानिर्देश जारी करे। मंगलवार शाम को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अतिरिक्त सचिव मनोज जोशी के नेतृत्व में केंद्रीय टीम से बात करते हुए, ठाकरे ने कहा कि उनकी सरकार ने छह लाख से अधिक प्रवासी मजदूरों के लिए आश्रय शिविर खोले हैं और उनकी अच्छी तरह से देखभाल की जा रही है। उन्होंने कहा कि लेकिन, ये लोग अपने मूल स्थानों पर वापस जाना चाहते हैं और वे इसके लिए विरोध प्रदर्शन भी कर रहे हैं। 

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ठाकरे ने कहा, ‘‘अगर केंद्र सरकार को लगता है कि कोरोना वायरस का प्रसार 30 अप्रैल से 15 मई तक अधिक होगा, तो यह विचार करना चाहिए कि क्या फंसे हुए मजदूरों को इससे पहले उनके घर वापस भेजा जा सकता है। यदि यह संभव है, तो इस संबंध में दिशानिर्देश जारी किए जाने चाहिए।’’ ठाकरे ने कहा कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए फंसे हुए मजदूरों की पूरी यात्रा की निगरानी की जा सकती है और उनके घर पहुंचने के बाद उन्हें पृथकवास में रखा जा सकता है, ऐसे में केंद्र को इस पर विचार करना चाहिए। ठाकरे ने केंद्र सरकार से समय पर निर्णय लेने का आग्रह किया। जिन लोगों के पास राशन कार्ड नहीं है, उन्हें भी अनाज उपलब्ध कराने के लिए ठाकरे ने केंद्र सरकार से नियमों में ढील देने की मांग की।

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डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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