21 फरवरी को क्यों मनाया जाता है अन्तर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस?

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21 फरवरी 2000 को अंतर्राष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस मनाया जा रहा है।आज अंतर्राष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस के अवसर पर 8 भारतीय भाषाओं में 30,000 से ज्यादा यूजीसी (यूज़र जैनरेटिड कॉन्टेंट) तैयार किए गए और उन्हें #MyMotherTongue एवं #LoveMyLanguage के साथ पोस्ट किया गया।

नई दिल्ली। 21 फरवरी 2000 को अंतर्राष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस मनाया जा रहा है। सबसे पहले इस दिवस को नवंबर 1999 में युनाइटेड नेशंस ऐजुकेशनल, साइंटिफिक एंड कल्चरल ऑर्गेनाइज़ेशन (यूनेस्को) ने मान्यता दी गई थी और बाद में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2002 में इसका स्वागत किया। भारत में 22 आधिकारिक भाषाएं हैं और पूरे देश में 6000 से अधिक बोलियां बोली जाती हैं। निश्चित रूप से हमारा देश अंतर्राष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस के लिए पूरी तरह से प्रासंगिक है।

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भारत का अपना सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म शेयरचैट 15 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है। वैलेंटाइंस डे के मौके पर शेयरचैट यूज़र्स ने #loveyourlingo के साथ अपनी मातृ भाषा के प्रति पे्रम का पर्व भी मनाया था। इस प्लैटफॉर्म पर प्रयोक्ताओं ने खूब उत्साह दिखाया और अपनी मातृ भाषा के लिए खूब सारा प्यार जाहिर किया। 

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आज अंतर्राष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस के अवसर पर 8 भारतीय भाषाओं में 30,000 से ज्यादा यूजीसी (यूज़र जैनरेटिड कॉन्टेंट) तैयार किए गए और उन्हें #MyMotherTongue एवं #LoveMyLanguage के साथ पोस्ट किया गया। इन पोस्ट को 2.50 करोड़ व्यूज़ मिले और 2 लाख से ज्यादा बार इन्हें वॉट्सऐप पर शेयर किया गया। लगभग 20 लाख लोग लाइक्स, कॉमेंट, फेवरिट आदि प्रतिक्रियाओं द्वारा इन पोस्ट के साथ जुड़े। भावनाओं के विश्लेषण से संकेत मिला कि लोग अपनी मातृभाषा से कितना प्रेम करते हैं और उसे बोलने में गौरव का अनुभव करते हैं। हिंदी में 3500 से ज्यादा यूज़र जैनरेटिड कॉन्टेंट बनाया गया, जिन्हें 40 लाख व्यूज़ प्राप्त हुए तथा 40,000 से ज्यादा बार वॉट्सऐप पर साझा किया गया। 1,50,000 के लगभग प्रयोक्ता लाइक्स, कॉमेंट, फेवरिट आदि के साथ इन पोस्ट से जुड़े। 

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