शरद पवार उत्तराधिकारी तैयार करने में रहे विफल, शिवसेना के मुखपत्र में NCP सुप्रीम पर तंज
अख़बार ने पवार को इस बात के लिए भी श्रेय दिया कि उन्होंने अपने इस्तीफे के प्रकरण के साथ एनसीपी को विभाजित करने की भाजपा की योजना को नाकाम करने के लिए एक "मास्टरस्ट्रोक" स्टेप लिया।
उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना (यूबीटी) के पार्टी के मुखपत्र सामना ने सोमवार को पार्टी के प्रमुख सहयोगी शरद पवार की आलोचना करते हुए कहा कि एनसीपी अध्यक्ष एक उत्तराधिकारी तैयार करने में विफल रहे जो पार्टी को आगे ले जा सके। हालांकि, अख़बार ने पवार को इस बात के लिए भी श्रेय दिया कि उन्होंने अपने इस्तीफे के प्रकरण के साथ एनसीपी को विभाजित करने की भाजपा की योजना को नाकाम करने के लिए एक "मास्टरस्ट्रोक" स्टेप लिया।
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शरद पवार राजनीतिक क्षेत्र के एक पुराने पेड़ की तरह हैं। उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी और अपनी पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की स्थापना की। उन्होंने पार्टी को आगे बढ़ाया, जिससे उनकी उपस्थिति का अहसास हुआ। हालांकि, वह ऐसा नेतृत्व तैयार करने में नाकाम रहे हैं, जो उनके बाद पार्टी की बागडोर संभाले। पार्टी की जड़ें महाराष्ट्र में हैं। उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि पवार राष्ट्रीय मंच पर बड़े नेता हैं और उनके शब्दों का राष्ट्रीय राजनीति में सम्मान है। हालांकि वह अपना उत्तराधिकारी बनाने में नाकाम रहे हैं जो उनकी पार्टी को आगे ले जा सके। और यही कारण है कि जब उन्होंने अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का फैसला किया तो उनकी पार्टी में हड़कंप मच गया।
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अखबार में कहा गया कि जिस क्षण पवार ने पार्टी अध्यक्ष पद से हटने की घोषणा की, इससे राष्ट्रीय राजनीति में सनसनी फैल गई, जो स्वाभाविक थी। राष्ट्रीय राजनीति से अधिक इसने उनकी पार्टी को अधिक प्रभावित किया। क्योंकि शरद पवार का मतलब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी है।
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